UP News: मैनपुरी में बीजेपी का प्रदर्शन, महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर सपा का झंडा लगाने से आक्रोश
मैनपुरी (UP News) में समाजवादी पार्टी के रोड शो के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति पर झंडा लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसको लेकर करहल में शनिवार शाम और फिर रविवार सुबह भी प्रदर्शन किया गया.
लखनऊ: मैनपुरी (UP News) में अखिलेश यादव की रैली के बाद महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगाने से हंगामा हो गया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सपा कार्यकर्ताओं की पिटाई कीृ, वहीं रविवार सुबह करहल चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा के पास बीजेपी ने इकठ्ठा होकर समाजवादी पार्टी, अखिलेश यादव और डिंपल यादव के खिलाफ नारेबाजी. मौके पर मैनपुरी से बीजेपी प्रत्याशी जयवीर सिंह भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उधर बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं का जाति विशेष को गालियां देते हुए वीडियो भी वायरल हुआ है. साथ ही महाराणा प्रताप की मूर्ति को भी रात को धोया गया है. पुलिस ने इस मामले में लगभग 100 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
बड़ा रोड शो देखकर बीजेपी का मनोबल गिरा: डिंपल
उधर मैनपुरी (Mainpuri Lok Sabha) से सपा प्रत्याशी व अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का कहना है कि ये घटना पूरी तरह से प्रायोजित है. बड़ा रोड शो (Samajwadi Party) को देखकर बीजेपी का मनोबल गिरा है. इसीलिए इस तरह की हरकत करके तनाव पैदा करने की कोशिश की गई है. उन्होंने बीजेपी के परिवारवाद के आरोप पर कहा कि ये बहुत बासी मुद्दा है. बीजेपी बताना चाहिए कि युवाओं को कितना रोजगार दिया. किसानों को कितनी एमएसपी दी. क्योंकि आपने वादा किया था कि एमएसपी देंगे, आवारा पशुओं की समस्या का हल निकालेंगे, ऐसे बहुत से वादे हैं जो पूरे नहीं हुए है, प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने 10 साल में क्या किया. वहीं इस मामले में सपा नेता और आजमगढ़ से प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग हार से से बौखला गए हैं. पूरा देश जानता है कि महाराणा प्रताप की जयंती पर समाजवादी पार्टी की सरकार ने अवकाश घोषित किया था.
राष्ट्रनायकों का अपमान करना सपा-कांग्रेस की पुरानी नीति: भूपेंद्र चौधरी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने इस मामले में कहा कि मैनपुरी में सपा प्रमुख अखिलेश के रोडशो में जिस प्रकार सपा कार्यकर्ताओं ने महाराणा प्रताप का अनादर किया है, वो नाकाबिले बर्दाश्त है. सपा प्रमुख की उपस्थिति में जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीऔर उनकी दिवंगत माता जी के प्रति जो अपमानजनक टिप्पणी की गई उस पर भी अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए. सपा कार्यकर्ताओं की यह हरकत उनकी पार्टी की रीति और नीति की परिचायक है. राष्ट्रनायकों को अपमानित करने की सपा और कांग्रेस की पुरानी नीति है.