Vikas dubey kanpur encounter : दो महीने एनकाउंटर में मारे गए उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी विकास दुबे की 10 बीघे जमीन पर एसडीएम के आदेश पर तीन लोगों ने कब्जा कर धान की रोपाई कर दी. उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बिल्हौर तहसील के संकरवा गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत पर एसडीएम बिल्हौर ने नायब तहसीलदार और शिवराजपुर थाने की पुलिस को जमीन पर कब्जा लेने का आदेश दिया है.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, बिल्हौर तहसील के संकरवा गांव में विकास दुबे ने 17 फरवरी 2016 को उन्नाव निवासी शशिकांत से 24 बीघा जमीन का बैनामा कराया था. खसरा खतौनी में विकास दुबे का नाम दर्ज किया गया था. उसके मुठभेड़ में मारे जाने के बाद गांव के ही तीन लोगों ने 10 बीघा जमीन पर दावा करते कब्जा कर लिया. गांव के ही एक व्यक्ति ने तहसील में शिकायत की, तो एसडीएम पीएन सिंह ने जांच के आदेश दिए. लेखपाल, नायब तहसीलदार की जांच में कब्जे की पुष्टि हुई.
लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कब्जा करने वालों ने एक बैनामा प्रस्तुत किया है. यह सिविल जज माती कोर्ट से खारिज हो चुका है. लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर जमीन खाली कराने के आदेश दिए गए हैं. तहसीलदार का कहना है कि यह जांच का विषय है कि जमीन पर धान की फसल किसने बोई है.
विकास दुबे अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर विवादित जमीन खरीदकर कब्जा कर लेता था. इस जमीन को लेकर विवाद सामने आ रहा है. विकास दुबे की तथाकथित जमीन पर कब्जा करने वालों का कहना है कि विकास से पहले उन्होंने बैनामा कराया था. फिलहाल, तहसील के रिकॉर्ड में पूरी जमीन विकास दुबे पुत्र राम कुमार के नाम दर्ज है. इस नाते इनके दावे नहीं बनते हैं. विकास के मारे जाने के बाद उसकी पूरी संपत्ति प्रशासन की निगरानी में है.
इस मामले में तहसीलदार अवनीश कुमार का कहना है कि संकरवा गांव के शशिकांत की शिकायत पर हल्का लेखपाल और नायब तहसीलदार से जांच कराई गई. इसमें पता चला कि करीब 1.024 हेक्टेयर जमीन पर तीन लोगों ने कब्जा कर लिया है. नायब तहसीलदार और शिवराजपुर पुलिस को जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश दिए गए हैं.
Posted By : Vishwat Sen