Lucknow News : उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी दल अपने-अपने तरीके से विरोधी दलों को कमजोर करने पर आमादा हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी कैसे पीछे रह सकती है. बुधवार को सपा और बसपा के 10 विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) भाजपा का दामन थामने वाले हैं.
पार्टी के शीर्षस्थ सूत्रों ने बताया है कि सपा और बसपा के और भी कई चेहरे भाजपा के खेमे में आने वाले हैं. फिलहाल, बुधवार को सपा के रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, अक्षय प्रसाद सिंह और बसपा के बृजेश कुमार सिंह सहित करीब दस एमएलसी भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. बता दें कि सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले परिषद सदस्यों में अधिकांश सदस्य नगर निकाय क्षेत्र से एमएलसी हैं. सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि सपा के सदस्यों को भाजपा में शामिल कराने में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की बड़ी भूमिका है.
यहां यह जानना जरूरी है कि यह वही दयाशंकर सिंह हैं जिनकी पत्नी स्वाति सिंह यूपी में मंत्री हैं. वह लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनने पर मंत्री बनाई गई हैं. उन्होंने यह उपलब्धि अपने पहले चुनाव में ही हासिल कर ली थी. वह उन दिनों विरोधी दल के एक नेता के अपशब्द वाले बयान के बाद चर्चा में आई थीं. इसी कारण से उन्हें भाजपा ने टिकट देकर साल 2017 में चुनावी मैदान में उतारा था.
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