पार्टी में असंतोष पर बोले राजनाथ, टिकट नहीं मिलने का मतलब उपेक्षा नहीं

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने के विरोध में देश के विभिन्न स्थानों पर पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में व्याप्त असंतोष पर सफाई देते हुए कहा कि टिकट नहीं मिलने का मतलब उपेक्षा करना नहीं है और केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2014 5:25 PM

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने के विरोध में देश के विभिन्न स्थानों पर पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में व्याप्त असंतोष पर सफाई देते हुए कहा कि टिकट नहीं मिलने का मतलब उपेक्षा करना नहीं है और केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर इन असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहीं ना कहीं समायोजित किया जायेगा.

लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सिंह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में टिकट नहीं मिलने से पार्टी में जगह-जगह हो रही बगावत संबंधी सवाल पर कहा जब किसी पार्टी की लोकप्रियता बढती है तो हर क्षेत्र से प्रत्याशी बनने की इच्छा रखने वालों की संख्या भी अधिक होती है लेकिन टिकट तो किसी एक को ही मिल सकता है.

टिकट नहीं मिलने का यह मतलब नहीं है कि उस कार्यकर्ता की उपेक्षा की गयी है. सिंह ने एक अन्य सवाल पर कहा अगर भाजपा की सरकार बनेगी तो मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. इसमें कहीं पर कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा किसी भी प्रत्याशी को राज्य चुनाव समिति और केंद्रीय समिति में विचार विमर्श के बाद ही टिकट मिलता है.

हमारे जिन कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिल पाया है. हम सरकार बनने पर उनका कहीं ना कहीं समायोजन सुनिश्चित करेंगे. भाजपा द्वारा दूसरे दलों से आये तथा बाहरी लोगों को टिकट दिये जाने के औचित्य संबंधी सवाल पर सिंह ने कहा चाहे रणभूमि हो या फिर चुनाव का मैदान हो, उसमें रणनीति के साथ उतरना पडता है. बाहरी प्रत्याशियों का प्रतिशत बहुत कम है.

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