UP Police News: 1090 वीमेन पावर लाइन में साइबर बुलिंग शिकायतों का अंबार, 6 महीने में मिलीं 85331 शिकायतें

साइबर बुलिंग के अतिरिक्त शेष शिकायतें अन्य प्रकरणों से संबंधित होने के कारण जिलों की पुलिस, जीआरपी और यूपी-112 को ट्रांसफर कर 1090 से उनका फालोअप कर रिपोर्ट प्राप्त की जा रही है. अब तक लगभग 95 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. शेष शिकायतें शीघ्र निस्तारण की प्रक्रिया में हैं.

By Neeraj Tiwari | July 20, 2022 12:36 PM

1090 Helpline Number: वीमेन पावर लाइन 1090 पर इस वर्ष 2022 में पहली जनवरी से 30 जून तक कुल 189004 शिकायतें प्राप्त हुईं. इसमें अभी तक 168419 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका हैं. कुल दर्ज शिकायतों में से 85331 शिकायतें फोन बुलिंग व साइबर बुलिंग आदि से संबंधित है.

90 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण

इस संबंध में पुलिस प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गई है कि 1090 के साइबर सेल द्वारा प्राप्त शिकायतों के निस्तारण को और अधिक प्रभावी, गुणवत्तापरक एवं समयबद्ध बनाने के लिए सेफ सिटी परियोजना के तहत 1090 के साइबर सेल को सुदृढ़ीकृत किया गया है. इसके अंतर्गत अत्याधुनिक साइबर फॉरेंसिक टूल्स का उपयोग करते हुए इस प्रकार के शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है. इस वर्ष 30 जून तक कुल 32603 शिकायतें इस संदर्भ में प्राप्त हुई हैं. इसमें से लगभग 90 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. शेष शिकायतें शीघ्र निस्तारण की प्रक्रिया में हैं.

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पारिवारिक विवाद में 2405 प्रकरणों में काउंसिलिंग

आर (फैमिली, फैंड्स, रिलेटिव) काउंसिलिंग कर पीड़िता को राहत पहुंचायी गई. हार्ड केसेज में सम्बन्धित थाने में रिपोर्ट प्रेषित कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुए जून 2020 से अब तक 1090 की विशेष टीम (हार्ड केस कैकिंग टीम) द्वारा 16 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 643 शिकायतों का निस्तारण कराया जा चुका है. पारिवारिक विवाद के प्रकरणों में वीमेन पावर लाइन द्वारा ऑनलाइन फैमिली काउंसिलिंग सेवा का आरम्भ 17 अक्टूबर 2020 से किया गया है. इसमें पहली जनवरी 2022 से 30 जून तक 2405 प्रकरणों में काउंसिलिंग मनोचिकित्सकों व काउंसलर्स के माध्यम से कराई गयी है.

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103 बच्चों का रेस्क्यू किया

उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में पॉक्सो अधिनियम के अभियोगों की विवेचना के संबंध में मुख्यालय की ओर से प्रत्येक जिले, कमिश्नरेट से विवेचकों (राजपत्रित/अराजपत्रित) को नामित कराकर ऑनलाइन पद्धति के माध्यम से प्रशिक्षण सम्पादित कराया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में नामित समस्त विवेचकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाना है. प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत अभियान के दौरान कुल 103 बच्चों का रेस्क्यू किया गया है.

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