10वीं फेल अंकुश मंगल का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर था सट्टा का कारोबार, प्रशासन ने 3 करोड़ की संपत्ति की जब्त
आगरा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सट्टे का कारोबार करने वाले 10वीं फेल अंकुश मंगल की संपत्ति पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कुर्की की कार्रवाई की गई. थाना कमलानगर क्षेत्र के ब्रजधाम और जनक विहार में मौजूद अंकुश मंगल के तीन फ्लैट और एक प्लॉट को जप्त किया गया.
Agra News: आगरा जिला प्रशासन ने बुधवार को जनपद के एक बड़े सट्टा माफिया अंकुश मंगल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जिला और पुलिस प्रशासन के साथ अंकुश मंगल के द्वारा अवैध धंधे कर कमाई गई अकूत संपत्ति पर प्रशासन ने कुर्की की कार्रवाई की है. अंकुश मंगल की जब्त की गई संपत्ति करोड़ों रुपए की बताई जा रही है.
कुर्की की कार्रवाई की गई
आगरा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सट्टे का कारोबार करने वाले 10वीं फेल अंकुश मंगल की संपत्ति पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कुर्की की कार्रवाई की गई. थाना कमलानगर क्षेत्र के ब्रजधाम और जनक विहार में मौजूद अंकुश मंगल के तीन फ्लैट और एक प्लॉट को जप्त किया गया. क्षेत्र में सुबह से ही भारी पुलिस बल तैनात था इसके बाद सीओ छत्ता सुकन्या शर्मा और एसीएम सेकंड रामप्रकाश की मौजूदगी में माफिया की संपत्ति पर कुर्की की कार्रवाई की गई. पुलिस ने कुर्की से पहले क्षेत्र में मुनादी कराई और फिर माफिया के घर पर नोटिस चस्पा किया गया. साथ ही माफिया के घर में लगे कंप्यूटर लॉक को तोड़ा गया. अंकुश मंगल की संपत्ति की कीमत करीब 3 करोड़ बताई जा रही है.
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विभागों में अपने सूत्र बना रखे थे
सट्टेबाज अंकुश मंगल के ऊपर पुलिस ने करीब 10 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें सबसे पहले 2010 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ और उसके बाद थाना न्यू आगरा, कमला नगर, सिकंदरा, ताजगंज, हरी पर्वत मैं सट्टेबाजी और जुए की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया. 2022 में भी अंकुश मंगल पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ है. कुछ समय पहले ही अंकुश की पत्नी ने महिला थाने में उसके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा भी दर्ज कराया था. अंकुर मंगल ने कई विभागों में अपने सूत्र बना रखे थे वे उन्हें महीने दारी देता था और वहां से उसे तमाम जानकारियां मिलती रहती थी.
बड़े स्तर पर चलाने लगा
आगरा के पूर्व एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया था कि अंकुश अग्रवाल दसवीं में फेल हो गया था. जिसके बाद उसने 2007 में आगरा के करकुंज चौराहे पर मकान लिया और वहां पर सट्टे का काम करने लगा. इसके बाद 2014 में उसने आईपीएल में सट्टा खिलवाना भी शुरू कर दिया. 4 साल में अंकुश ने इतना बड़ा नेटवर्क कर लिया कि वह दिल्ली चला गया और वहां से अपने सट्टे के कारोबार को बड़े स्तर पर चलाने लगा.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत