आजमगढ: बसपा मुखिया मायावती ने राजनीतिक विरोधी सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि वे आजमगढ लोकसभा सीट से चुनाव अपनी ‘दूसरी पत्नी’ को खुश करने और :उपचुनाव के जरिये: उनके बेटे प्रतीक यादव के लिए रास्ता साफ करने के लिए लड रहे है.
मायावती ने आज यहां एक चुनावी जनसभा में कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव के परिवार में झगडा चल रहा है और वे अपनी ‘दूसरी पत्नी’ को खुश रखने के लिए उसके पुत्र प्रतीक यादव के लिए इस सीट पर रास्ता साफ करने के लिए यहां चुनाव लड रहे हैं.’’ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सपा मुखिया मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव द्वारा उन्हें बुआ कहे जाने पर मायावती ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री को अपना छोटा भाई भी कहना अपनी तौहीन और अपमान समझूंगी, क्योंकि वह दलित महापुरुषों का अपमान करते हैं और उनके नाम पर बने स्मारकों पर हुए खर्च को फिजूलखर्ची कहते हैं.’’
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘मुलायम और उनके बेटे को यह समझना चाहिए कि वे बाबा भीमराव अम्बेडकर की वजह से ही यहां (राजनीति के उंचे पदों पर) हैं, वरना खेत खलिहानों में गाय भैंस चरा रहे होते.’’बसपा मुखिया ने कहा कि यादव समाज कब तक मुलायम सिंह यादव की मानसिक गुलामी करता रहेगा, उसे स्थानीय उम्मीदवार को चुनना चाहिए.
उन्होंने सपा और भाजपा में सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सपा और भाजपा में अन्दरुनी समझौते के तहत नरेन्द्र मोदी वाराणसी और मुलायम सिंह यादव आजमगढ से चुनाव लड रहे है.’’ मायावती ने कहा, ‘‘अगर मुलायम नरेन्द्र मोदी को रोकना चाहते थे तो उन्हें वाराणसी से चुनाव लडना चाहिए था. मोदी वाराणसी को छोडकर गुजरात की बडोदरा सीट को अपने पास रखेंगे, जबकि मुलायम आजमगढ छोडकर मैनपुरी.’’