होलिका में लकड़ियों के बीच छिपकर बैठी महिला जिंदा जल गयी…! जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है. यहां होलिका दहन में एक महिला जल कर मर गयी. शुक्रवार सुबह लोगों ने होलिका दहन की जगह पर कुछ हड्डियां देखीं तो पुलिस को सूचना दी. दरअसल, कानपुर देहात के मूसानगर थाना क्षेत्र के गुलौली गांव में होलिका दहन के लिए रखी लकड़ियों […]
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है. यहां होलिका दहन में एक महिला जल कर मर गयी. शुक्रवार सुबह लोगों ने होलिका दहन की जगह पर कुछ हड्डियां देखीं तो पुलिस को सूचना दी.
दरअसल, कानपुर देहात के मूसानगर थाना क्षेत्र के गुलौली गांव में होलिका दहन के लिए रखी लकड़ियों के बीच पहले से ही घुसकर बैठी एक महिला आग लगते ही जिंदा जल घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव के अवशेषों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
ग्रामीणों के मुताबिक, महिला का नाम सीमा देवी है और उसकी उम्र 35 साल है. सीमा पुष्पेंद्रसिंह की पत्नी थी और अपने मायके गुलौली में ही रहती थी. आसपास मिले कपड़ों के आधार पर सीमा के परिवार के लोगों ने उसकी पहचान की.
दिमागी रूप से बीमार होने की वजह से ससुराल जालौन थाना कुठौंद के रणधीरपुर से चली आयी थी. यहां भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ.
मृतका के परिजनोंकेमुताबिक, वह जहां बैठ जाती थी वहीं घंटों बैठकर पूजा किया करती थी. होलिका के भीतर लकड़ियों में छिपकर वह कब और कितने समय बैठी, यह किसी ने नहीं देखा. रात में होलिका दहनसेपहले चहल-पहल हुई, गाना-बजाना हुआ,तब भी वह बाहर नहीं निकली.
वहीं, सीमा की मौत पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं. पुलिस इस बात का जवाब नहीं दे पा रही है कि अगर सीमा लकड़ियों के बीच छिपकर बैठ गयी थी, तो आग लगने पर वह चिल्लायी क्यों नहीं या हाथ-पैर चलाकर प्रतिरोध क्यों नहीं किया?
पुलिस ने भी मामले को संदिग्ध बताया है. पुलिस का कहना है कि हो सकता है महिला की हत्या कर उसे जलाकर फेंका गया हो. एसपी ने फॉरेंसिक टीम से इसकी जांच करायी है और शव का पोस्टमॉर्टम कराकर जांच का आदेश दिया है.