ममता के साथ मिलकर काम करेंगे : केशरीनाथ
-राजेंद्र कुमार- लखनऊ : चुनावी राजनीति में बीते एक दशक से निराशाजनक दौर से गुजर रहे केशरीनाथ त्रिपाठी के लिए सावन का पहला सोमवार खुशियां लेकर आया. केंद्र सरकार ने दोपहर बीतते ही उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाने की घोषणा कर दी. इसी के बाद केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री […]
-राजेंद्र कुमार-
लखनऊ : चुनावी राजनीति में बीते एक दशक से निराशाजनक दौर से गुजर रहे केशरीनाथ त्रिपाठी के लिए सावन का पहला सोमवार खुशियां लेकर आया. केंद्र सरकार ने दोपहर बीतते ही उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाने की घोषणा कर दी. इसी के बाद केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बेहतर सोच वाली मुख्यमंत्री हैं और वह ममता बनर्जी के साथ मिलकर काम करेंगे.अतिशीघ्र ही वह अपना नया दायित्व संभालेंगे.
केशरीनाथ त्रिपाठी को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाये जाने की सूचना शनिवार को ही मिल गई थी, पर वह तथा उनके परिवार के लोगों ने इसे लेकर चुप्पी साधे रखी.सोमवार को जैसे ही केंद्र सरकार ने केशरीनाथ त्रिपाठी को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाये जाने की घोषणा की.उनके बेटे और बहू ने मंदिर जाकर पूजा कर भगवान का धन्यवाद किया.
इसी बीच उनके आवास पर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा हो गया तो केशरीनाथ त्रिपाठी ने पत्रकारों से बातचीत की.पत्रकारों ने उनके पूछा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की किसी से नहीं पटती है? ऐसे में वह बंगाल सरकार से बिना टकराव के अपना दायित्व कैसे निभाएंगे? इस सवाल पर केशरीनाथ ने कहा कि ममता बनर्जी समझदार महिला है.कुछ मुद्दों पर उनकी राय अन्य लोगों से अलग रही है, पर मुझे विश्वास है कि मिलजुल कर हम पश्चिम बंगाल में काम करेंगे और कहीं कोई टकराव नहीं होगा.
अपने को राजनीतिक का कच्चा खिलाड़ी मनाने वाले केशरीनाथ को उम्मीद है कि ममता बनर्जी के साथ मिलकर पश्चिम बंगाल की समस्याओं का निदान करने में सफल होंगे.क्या वह राज्यपाल के रूप में पश्चिम बंगाल का दौरा कर सरकार की कमियों को उजागर करेंगे?
मीडिया के इस सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.सिर्फ यही कहा कि राज्यपाल के दायित्वों से बाहर जाकर काम नहीं करूंगा.पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाये जाने पर केशरीनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के प्रति भी आभार जताया.उन्होंने यह भी कहा कि वह लगातार उत्तर प्रदेश आते रहेंगे.अपना नया दायित्व वह कब संभालेंगे? इस सवाल का उन्होंने कोई सीधा उत्तर नहीं दिया, सिर्फ यही कहा कि जल्दी ही वह अपनी नयी जिम्मेदारी संभालेंगे.
अब तक का राजनीतिक सफर
विनम्र स्वभाव के केशरीनाथ त्रिपाठी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं.प्रदेश विधानसभा के तीन बार अध्यक्ष रहे केशरीनाथ का जन्म इलाहाबाद में हुआ.पढ़ाई पूरी करने के बाद इसी शहर में उन्होंने वकालत शुरू की.राजनीति में हाथ आजमाए.इलाहाबाद शहर दक्षिणी विधान सभा सीट से जीत की डबल हैट्रिक लगा चुके केशरी नाथ ने कई किताबें भी लिखी.1977 में बनी सरकार में उनको मंत्री बनाया गया था.परंतु सूबे की चुनावी राजनीति में बीते दस वर्षो से वह सफल नहीं हो पा रहे थे.
वर्ष 2004 में उन्होंने भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया पर उनके नेतृत्व में पार्टी को सफलता नहीं मिली.वह खुद भी 2004में हुए लोकसभा चुनाव में हार गए.वर्ष 2007 के विधानसभा चुनावों में भी उनके नेतृत्व में पार्टी को 51 सीटों पर ही जीत हासिल हुई.तो उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनावों में भी उनको हार झेलनी पड़ी.
ऐसे में बीते लोकसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं किया.पार्टी के इस फैसले के खिलाफ केशरीनाथ त्रिपाठी ने कोई टिप्पणी नहीं की.कहा जा रहा है कि केशरीनाथ की इस विनम्रता का आदर करते हुए प्रधानमंत्री नरंेद्र मोदी ने उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाने पर अपनी सहमति जता दी.जिसके बाद सोमवार को रामनाइक, बलरामजी दास टंडन, ओम प्रकाश कोहली और पीवी आचार्य के साथ केशरी नाथ त्रिपाठी को भी राज्यपाल बनाये जाने का ऐलान केंद्र सरकार ने कर दिया.