नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बसपा अध्यक्ष मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उत्तर प्रदेश में स्मारकों के निर्माण में कथित वित्तीय धांधली के मामले में सोमवार को तत्कालीन मायावती सरकार के दो पूर्व मंत्रियों और कई अन्य लोगों के खिलाफ काले धन को सफेद में बदलने से जुडा मामला दर्ज किया.
ईडी ने लखनउ और नोएडा में स्मारक बनाने में कथित रुप से 1400 करोड रुपये के काले धन को सफेद धन में बदलने के मामले की जांच के लिए मायावती के करीबी बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ आपराधिक प्राथमिकी (प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट) दर्ज की है.
ईडी ने इस मामले में प्रदेश लोकायुक्त द्वारा एक साल पहले दी गयी रिपोर्ट और उत्तर प्रदेश के सतर्कता विभाग की जनवरी, 2014 की एक प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद (धन शोधन रोकथाम कानून) (पीएमएलए) के तहत 19 अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया है जिनमें कुछ सरकारी अधिकारी और इंजीनियर शामिल हैं.
ईडी के सूत्रों ने बताया, ‘एजेंसी इन लोगों तथा अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले की जांच करेगी जिन्होंने सरकारी खजाने से अवैध धन पैदा किया. जिनके नाम हैं, उनके खिलाफ जल्द ही नोटिस जारी किये जाएंगे.’