-राजेन्द्र कुमार-
लखनउः सरकार के कामकाज को जनता तक ना पहुंचा पाने की पीड़ा से गुजर रही अखिलेश सरकार अब अपनी छवि बनाने के लिए निजी पीआर कंपनी की मदद लेगी. इसके लिए अमेरिका की एक कंपनी से अखिलेश सरकार की ब्रांडिंग कराने का फैसला शुक्रवार को कैबिनेट में लिया गया है. अब यह कंपनी सूचना विभाग की मदद से सरकार के कामकाज को मीडिया के जरिए प्रदेश और देश की जनता तक पहुंचाएगी. यही नही सरकार के खिलाफ होने वाले प्रचार का भी तथ्यात्मक जवाब इस कंपनी के जरिए सूबे के अधिकारी देंगे.
अखिलेश सरकार का यह नया मीडिया प्लान है, जिसे उन्होंने लोकसभा चुनावों में हुई करारी हार के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की सलाह लेकर तैयार किया था. तीन माह तक इस प्लान पर मुख्यमंत्री ने अन्य लोगों की भी राय ली और शुक्रवार को उसे कैबिनेट से मंजूर करवाया. मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मीडिया से अच्छे हैं. वह मीडियाकर्मियों से लगातार मिलते भी रहते हैं पर सरकार के बेहतर कामकाज का प्रचार वह मीडिया के जरिए नहीं करा सके. लोकसभा चुनावों में सपा की हुई करारी पराजय के कारणों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने यह पाया कि सूबे की नौकरशाही सरकार के अच्छे कार्यों की जानकारी मीडिया को ठीक से नहीं दे पायी. सूबे की जनता के बीच अखिलेश सरकार की लैपटाप वितरण योजना, कन्या विद्याधन योजना, बेरोजगारी भत्ता, आईटी सिटी योजना सहित तमाम लोकलुभावन योजनाओं का प्रचार प्रसार ठीक से नहीं हो सका और सपा को चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा.
अपने इस आंकलन के आधार पर मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की इस खामी को दूर करने का निर्णय लिया. जिसके तहत उन्होंने अब अपनी सरकार की छवि को निखारने के लिए जो स्ट्रेटजी बनायी है, उसके तहत अमेरिका की एक पीआर एजेंसी से सूबे की सरकार का दो वर्ष का अनुबंध होगा. और यह कंपनी सरकार तथा समाजवादी पार्टी की छवि को जनता के बीच निखारने में जुटेगी. अमेरिका की इसी कंपनी की मदद नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी छवि निखारने के लिए ली थी. पंजाब सरकार भी इसी कंपनी की मदद से अपने कामकाज को जनता के बीच प्रचारित करा रही है.
सूबे के मुख्य सचिव आलोक रंजन के अनुसार सरकार द्वारा चिन्हित की गई पीआर एजेंसी सूचना विभाग की मदद से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी सरकार के अन्य मंत्रियों तथा अफसरों का मीडिया के साथ बेहतर तालमेल करवाएगी और सरकार की सभी योजनाओं का प्रचार बेहतर तरीके से करने में सफल होगी. मुख्यसचिव को उम्मीद है कि इस एजेंसी की मदद से अब अखिलेश सरकार के कामकाज का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रानिक मीडिया और प्रिंट मीडिया पर भी व्यापक तरीके से हो सकेगा. अखिलेश सरकार की छवि निखारने के इस कार्य में कितना धन खर्च होगा, इसका ब्यौरा मुख्य सचिव ने देने से मना कर दिया, कहा यह बाद में बताया जाएगा.