लखनऊ से राजेन्द्र कुमार
शिक्षक दिवस पर देशभर के बच्चों से सीधे बात करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब देश के प्रमुख वैज्ञानिकों से सीधा संवाद करेंगे. काउंसिल आफ आइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआइआर) के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की प्रमुख संस्थाओ के वैज्ञानिकों से विज्ञान के देशहित में व्यापक उपयोग पर चर्चा करना तय किया है. प्रधानमंत्री की इस इच्छा की पूर्ति के लिए सीएसआइआर की स्थापना दिवस का कार्यक्रम अब दिल्ली में सात अक्टूबर को होगा.
पहले यह कार्यक्रम 26-27 सितंबर को होना था. इसी दिन सीएसआइआर की स्थापना की गयी थी. सात अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कई वैज्ञानिकों को शांति स्वरूप भटनागर अवार्ड भी प्रदान करेंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री विज्ञान का व्यापक उपयोग देश के विकास में करने को लेकर रोडमैप बनाए जाने और इस पर काम करने के विषय में वैज्ञानिकों से चर्चा करेंगे.
देश के प्रमुख वैज्ञानिकों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की होने वाली इस चर्चा की तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार के अफसरों ने लखनऊ स्थित सीएसआइआर की लैब सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांटस (सीमैन) के निदेशक डा. अनिल कुमार त्रिपाठी से संपर्क किया है. डा. त्रिपाठी और इंडियन इंस्टीटयूट आफ टाक्सिकोलाजी रिसर्च (आइआइटीआर), नेशनल बा टनिकल रिसर्च आफ इंडिया (एनबीआरआइ) और सेंट्रल ड्रग रिसर्च (सीडीआरआइ) के निदेशक को भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण मिला है.
डा. त्रिपाठी के अनुसार सात और आठ अक्टूबर को दिल्ली में सीएसआइआर के स्थापना दिवस का कार्यक्रम होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैज्ञानिकों से अपनी बात कहने के साथ-साथ वैज्ञानिकों की समस्याओं और सुझावों को सुनेंगे. डा. त्रिपाठी मानते हैं कि प्रधानमंत्री के साथ देश के प्रमुख वैज्ञानिकों की होने वाले कार्यक्रम के दूरभागी फायदें होंगे. इससे जहां वैज्ञानिक संस्थाओं के संचालन को सुचारू करने पर बात होगी. वहीं विज्ञान के समाज और देशहित में उपयोग के नए रास्ते खुलेंगे.
लखनऊ के इन वैज्ञानिकों को मिला निमंत्रण
डा. अनिल कुमार त्रिपाठी, निदेशक सीमैन
डा. एसके पुरी, निदेशक सीडीआरआइ
डा. सीएस नौटियाल, निदेशक एनबीआरआइ