मुलायम आठवीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाएंगे

।।राजेन्द्र कुमार।। लखनऊः लोकसभा चुनावों के सौ दिनों बाद ही उत्तर प्रदेश में नरेन्द्र मोदी की लहर को काफूर करने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव आठवीं बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाएंगे.अगले माह लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित होने वाले पार्टी के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2014 2:20 PM

।।राजेन्द्र कुमार।।

लखनऊः लोकसभा चुनावों के सौ दिनों बाद ही उत्तर प्रदेश में नरेन्द्र मोदी की लहर को काफूर करने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव आठवीं बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाएंगे.अगले माह लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित होने वाले पार्टी के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन ही मुलायम सिंह यादव को निर्विरोध पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा. इसी दिन मुलायम सिंह केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ पार्टी के आंदोलन की रूखरेखा का खुलासा करेंगे.फिर पार्टी नेताओं को बताएंगे कि देश में बदली सियासी परिस्थितियों से निटने के लिए उनकी रणनीति क्या होगी.

गौरतलब है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन 1992 में किया था और तभी पहली बार उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव गया था.पार्टी संविधान के मुताबिक हर तीन साल में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर चुनाव के जरिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है.इसी क्रम में आगरा में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के एक साल बाद अब पार्टी ने 8, 9 व 10 अक्टूबर को लखनऊ में राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सबसे अहम एजेंडा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव का होगा.
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार इसी के मद्देनजर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के करीब तीन हजार प्रतिनिधि अधिवेशन में मौजूद रहेंगे.जिनकी मौजूदगी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनाव कराया जाएगा.जिसमें मुलायम सिंह यादव को आठवीं बार अध्यक्ष चुना जाना तय है.चौधरी का कहना है कि सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अध्यक्ष समेत 51 सदस्य होते हैं.इसमें अध्यक्ष समेत 26 सदस्यों का निर्वाचन होगा है.25 सदस्यों को राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करेंगे.राष्ट्रीय अध्यक्ष ही सपा कार्यकारिणी के सदस्यों में एक उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, छह महासचिव और छह सचिव भी मनोनीत करेंगे.
पार्टी के इस अधिवेशन में मुलायम सिंह को अध्यक्ष चुनने के साथ ही देश में बदली सियासी परिस्थितियों से निटने के लिए सपा की रणनीति को लेकर चर्चा भी होगी.सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के मुताबिक अधिवेशन में पार्टी का राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा.इन प्रस्तावों पर खुलकर चर्चा होगी. पार्टी के इस अधिवेशन में किसी नेता की गैरमौजूदगी को लेकर विवाद ना हो इसका ख्याल रखते हुए सभी वरिष्ट नेताओं को अधिवेशन में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है.आगरा में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान सपा के संस्थापक सदस्यों में एक आजम खान की गैरमौजूदगी को लेकर हुए विवाद का ध्यान रखते हुए यह कदम उठाया गया है.

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