Bareilly News: इत्तेहाद-ए -मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) का यौम-ए -दुरुद प्रोग्राम कुछ घंटों बाद दोपहर 03 बजे से शाम 05 बजे तक होगा. इसको लेकर शहर पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया है. प्रशासन ने आइएमसी के प्रोग्राम को 1500 लोगों की अनुमति दी है. आइएमसी और दरगाह आला हजरत के आयोजित होने वाले प्रोग्राम में लाखों की भीड़ जुटती है. यह भीड़ अमन के साथ आती है, और उसी तरह से अमन के साथ वापस घर चली जाती है.
लाखों की भीड़ जुटने के बाद भी कभी अमन (शांति) में खलल नहीं पड़ा. मगर, भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पैगंबर ए इस्लाम की शान में विवादित बयान के बाद रविवार को होने वाले यौम-ए -दुरुद प्रोग्राम के बहाने कुछ खुराफाती शहर का अमन बिगाड़ने की कोशिश में हैं.
ऐसे उपद्रवियों को शहर के लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना है. क्योंकि, यह शहर आपका है. इसके अमन की जिम्मेदारी भी आपकी है. बरेली की गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल हिंदुस्तान में दी जाती हैं. यहां चुन्ना मियां ने मंदिर बनाकर सौहार्द की मिशाल पेश की है. इस मंदिर में आज भी पूजा होती है, तो वहीं कैंट के 883 बटालियन रोड स्थित दरगाह के खादिम की जिम्मेदारी अशोक शर्मा निभाते थे. पुराने शहर के कटीकुइयां में मंदिर की सुरक्षा मुसलमान करते हैं. अमन और इंसानियत का पैगाम देने वाले शहर में सौहार्द कायम रखना शहर के हर नागरिक का जिम्मा है. बरेली 1992 में भी शांत रहा था.
मगर, 2010 और 2012 के दंगों के बाद बरेली में कर्फ्यू लगा. इसके साथ ही तमाम लोगों पर मुकदमे भी लगे. इसकी कीमत लोगों को अब तक चुकानी पड़ रही है. कारोबार को बड़ा नुकसान हुआ. बरेली के बाजार में आने वाले उत्तराखंड और मंडल के अन्य जिलों के ग्राहक दूसरे शहर की मार्केट में चले गए. यह दोबारा नहीं लौटे. इसके साथ ही 2010 और 12 के दंगे बरेली की अमन पसंद छवि पर दाग के रूप में लग चुके हैं. मगर,ऐसा कोई धब्बा दोबारा ना लगे. इसके लिए रविवार को शहर के हर नागरिक को अमन का पैगाम देना है. अपने घरों पर ही रहें. कोई खुराफाती कुछ हरकत करता देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. जिससे खुराफाती के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके, और शहर में अमन कायम रहे.
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने लोगों से हाथ में तस्वीह लेकर खामोशी के साथ दुरूद पढ़ते हुए आने की बात कही है.उनका कहना है कि हर किसी को अमन का पैगाम देना है. रास्ते में किसी से भी कोई बातचीत ना करें.कोई संदिग्ध दिखे या खुराफात करने की कोशिश करें, तो खुद ना बोलकर, पुलिस को सूचना दें. इस कार्यक्रम में महिला और बच्चों को न आने की हिदायत दी गई.
पुलिस के साथ ही बड़ी संख्या में शहर में पैरामिलेट्री फोर्स और पीएसी को लगाया गया है. शहर के प्रमुख रास्तों से लेकर इस्लामिया मैदान तक पुलिस छावनी के रूम में तब्दील हो गया है. रास्तों में सीसीटीवी कैमरों से निगाह रखी जा रही है.इसके साथ ही ड्रोन कमरों का भी इस्तेमाल किया गया है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद