एएमयू के नवनिर्वाचित छात्रसंघ ने स्मृति ईरानी के बयान को विशेष दर्जे से छेड़छाड़ बताया

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के नवनिर्वाचित छात्रसंघ के नेताओं ने मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है. ज्ञात हो कि एएमयू में महिला अधिकारों के सिलसिले में कुलपति के बयान को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कुलपति से स्पष्टीकरण मांगा है. छात्रसंघ का कहना है कि मंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2014 1:44 PM

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के नवनिर्वाचित छात्रसंघ के नेताओं ने मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है. ज्ञात हो कि एएमयू में महिला अधिकारों के सिलसिले में कुलपति के बयान को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कुलपति से स्पष्टीकरण मांगा है. छात्रसंघ का कहना है कि मंत्री का बयान विश्वविद्यालय की स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे से छेड़छाड़ मालूम पड़ता है.

छात्रसंघ के शपथग्रहण समारोह के मौके पर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने कल कहा कि एएमयू के वीमेंस कॉलेज की छात्राओं को केंद्रीय पुस्तकालय का लाभ देने से मजबूरन इनकार पर मानव संसाधन विकास मंत्री का तल्ख बयान और कार्रवाई एएमयू की स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे से छेड़छाड़ की पोशीदा कोशिश है.

छात्रसंघ के अध्यक्ष अब्दुल्ला अज्जाम ने कहा महिला अधिकारों की रक्षा की आड़ में स्मृति ईरानी साफतौर पर एएमयू को निशाना बना रही हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनकी ही पार्टी बलात्कार के आरोपी अपने मंत्रियों का बचाव कर रही है. तथ्यों को जाने बगैर एक बिना बात के मुद्दे को तूल देने के बजाय बेहतर होगा कि स्मृति ईरानी ऐसे मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करवाकर महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करें. उन्होंने कहा कि देश पर इस वक्त शिक्षा और इतिहास के भगवाकरण के काले बादल छाये हैं. ऐसे में भाईचारे की वकालत करने वाले लोगों को अपनी आवाज और बुलंद करनी होगी.

गौरतलब है कि एएमयू कुलपति जमीरुद्दीन शाह ने वीमेंस कॉलेज की छात्राओं को केंद्रीय लाइब्रेरी (मौलाना आजाद पुस्कालय) का लाभ दिलाने की मांग को कथित रूप से विद्यालय से काफी दूरी और सुरक्षा की वाजिब व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए ठुकरा दिया था. इसे लेकर मचे हो-हल्ले के बीच स्मृति ईरानी ने बुधवार को इसे बेटियों का अपमान बताते हुए कुलपति से स्पष्टीकरण तलब किया था.

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