ताजमहल पर सिर्फ मुसलमानों का हक : आजम खां
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने एक विवादित बयान दिया है, जिससे राजनीति तेज हो गयी है. आजम खां ने कहा है कि देश का हर मकबरा मुसलमानों की संपत्ति है, चूंकि ताजमहल भी एक मकबरा है इसलिए इसपर मुसलमानों का हक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ताजमहल के जरिये होने वाली […]
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने एक विवादित बयान दिया है, जिससे राजनीति तेज हो गयी है. आजम खां ने कहा है कि देश का हर मकबरा मुसलमानों की संपत्ति है, चूंकि ताजमहल भी एक मकबरा है इसलिए इसपर मुसलमानों का हक होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ताजमहल के जरिये होने वाली आय पर वक्फ बोर्ड का अधिकार होना चाहिए, ताकि उस आय से मुसलमानों की बेहतरी की जा सके. आजम खां ने कहा कि यह तो कोई बात नहीं हुई कि अगर मकबरे के ऊपर सस्ती इमारत बनी हो, तो वह वक्फ बोर्ड की होगी और अगर महंगी इमारत बनी हो, तो उसकी आय पर भारत सरकार अपना अधिकार जमा लेगी.
आजम खां के इस बयान पर भाजपा की ओर से तीव्र प्रतिक्रिया दी गयी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा है कि आजम खां बेकार की बातें कर रहे हैं. ताजमहल को लेकर विवाद खड़ा करने की उन्हें हिमाकत नहीं करनी चाहिए. यह भारत सरकार की संपत्ति है और इसकी देखरेख पुरातत्व विभाग करता है. अगर वे ताजमहल पर कब्जे के लिए यहां नमाज करना चाहते हैं, तो करवा कर दिखायें.
वहीं भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि आजम खां इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं. उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि विश्व के सात अजूबों में ताजमहल शुमार है और इसकी देखरेख पुरातत्व विभाग करता है. जहां तक बात इबादत की है, तो ताजमहल एक मकबरा है और मकबरे में इबादत नहीं होती है. हां ताजमहल के पास एक मस्जिद जरूर है, जहां इबादत होती है. इसलिए ताजमहल को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए.