प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले UP के 21 लाख किसानों से होगी वसूली, जानें कहां हुई गलती?
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री व किसान सम्मान निधि के तहत केन्द्र सरकार से कुल दो करोड़ 85 लाख किसानों की सूची प्राप्त हुई थी. इनमें से 21 लाख काश्तकार सत्यापन में अपात्र पाए गए हैं.
PMKSNY Latest Update: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश में चयनित 21 लाख किसान जांच में अपात्र पाए गए हैं. उनसे उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई धनराशि की वसूली की जाएगी. उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री व किसान सम्मान निधि के तहत केन्द्र सरकार से कुल दो करोड़ 85 लाख किसानों की सूची प्राप्त हुई थी. इनमें से 21 लाख काश्तकार सत्यापन में अपात्र पाए गए हैं. शाही ने बताया कि अपात्र पाए गए किसानों से उन्हें इस योजना के तहत अब तक दी गई रकम की वसूली की जाएगी.
क्यों घोषित किया गया अपात्र?
उन्होंने बताया कि लाभार्थियों का सत्यापन एक नियमित प्रक्रिया है. उनके अनुसार हालांकि कुछ शिकायतें भी की गई थीं, जिनका समाधान करने के लिए भी सत्यापन कराया गया है. उन्होंने बताया कि दोनों को ही इस निधि का लाभ प्राप्त हो रहा था जबकि नियमानुसार उनमें से किसी एक को ही इस योजना का लाभ दिया जा सकता है. उनका कहना था कि अनेक ऐसे लाभार्थी भी शामिल थे जो इस योजना के तहत निर्धारित अर्हता योग्यता को पूरा नहीं करते, लिहाजा उन्हें अपात्र घोषित किया गया है.
25 सितम्बर तक पूरी होगी प्रक्रिया
उन्होंने बताया कि किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त इस महीने के अंत तक जारी की जाएगी और जिन किसानों का भूलेख अंकन और स्थलीय सत्यापन का कार्य पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड होगा, उन्हें ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा. मंत्री के अनुसार फिलहाल पहले चरण में यह प्रक्रिया पूरी करने की अंतिम तिथि नौ सितम्बर तय की गई जबकि दूसरे चरण में 25 सितम्बर तक यह प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी. कृषि मंत्री ने बताया कि अभी तक कुल एक करोड़ 51 लाख किसानों का पोर्टल पर भूलेख अंकन का काम किया जा चुका है.
कबसे मिल रही यह सहायता राशि?
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जल्द से जल्द अपना डाटा पोर्टल पर अपलोड करा लें. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को सलाना न्यूनतम छह हजार रुपए दिए जाते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 फरवरी 2019 को उत्तर प्रदेश में यह योजना गोरखपुर से शुरू की थी और एक करोड़ किसानों के खातों में दो-दो हजार रुपए की पहली किस्त भेजी गई थी. इस योजना के तहत हर पात्र किसान को तीन किश्तों में भुगतान किया जाता है.कबसे सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाती है. पिछले लोकसभा और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसान सम्मान निधि योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया था.
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ऐसे देखें अपना नाम…
जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों का नाम PM Kisan Yojana Recovery List में जारी किया होगा, उन्हें वे पैसे वापस सरकार को देने होंगे. ऐसे में हर राज्य के सरकार के माध्यम से अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर ये सूची जारी कर रही है. अपना नाम चेक करने के लिए इन आसान से टिप्स को फॉलो करें…
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सबसे पहले उम्मीदवार राज्य की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं.
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आपकी स्क्रीन पर होम पेज खुल जायेगा आपको इस में आवेदन की स्थिति के सेक्शन पर जाएं.
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आपको विकल्प में पीएम आयकर आयोग्य किसान के लिंक पर क्लिक करना होगा.
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इसके बाद आपकी स्क्रीन पर नया पेज खुल जायेगा आपको या तो अपने जिले, ब्लॉक तहसील का चयन करना होगा या फिर रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर के माध्यम से सर्च कर सकते हैं.
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अब आपकी स्क्रीन पर उन सभी किसानो का नाम आ जायेगा जो गलत तरीके से पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे थे.
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इस पेज में आपको दिखायेगा कि किसको सरकार को कितने किश्तें वापस करनी हैं.
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इस लिस्ट में आपको रजिस्ट्रेशन का नाम, किसान का नाम, पिता या पति का नाम, मोबाइल नंबर, जिला, ब्लॉक, पंचायत, गांव और जितने भी किश्ते प्राप्त हुयी है उनकी संख्या, राज्य सरकार को वापिस करने की राशि भी दी होगी. अब सरकार को वह रुपया आपको रिफंड करना होगा.