जाने क्या है आरएसएस का 25 दिसंबर को धर्म परिवर्तन का बड़ा प्लान
लखनऊ : आरएसएस 25 दिसंबर को धर्म परिवर्तन का एक बड़ा प्लान बना रहा है. इक्नॉमिक टाईम्स में छपी खबर के अनुसार क्रिसमस के मौके पर आरएसएस की शाखा धर्म जागरण मंच 5000 लोगों को हिंदू धर्म में परिवर्तित करेगा. उन्होंने इस कार्यक्रम को घर वापसी का नाम दिया है. क्षेत्र प्रचारक राजेश्वर सिंह ने […]
लखनऊ : आरएसएस 25 दिसंबर को धर्म परिवर्तन का एक बड़ा प्लान बना रहा है. इक्नॉमिक टाईम्स में छपी खबर के अनुसार क्रिसमस के मौके पर आरएसएस की शाखा धर्म जागरण मंच 5000 लोगों को हिंदू धर्म में परिवर्तित करेगा. उन्होंने इस कार्यक्रम को घर वापसी का नाम दिया है.
क्षेत्र प्रचारक राजेश्वर सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम अलिगढ़ में रखा गया है. इस कार्यक्रम के लिए अलिगढ़ इसलिए चुना गया है क्योंकि यह वीर राजपूतों की भूमि रही है. इक्नॉमिक टाईम्स के अनुसार 4000 इसाई और 1000 मुस्लिमों को इस कार्यक्रम में हिंदू धर्म में परिवर्तित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सांसद आदित्य नाथ भी मौजूद रहेंगे.
वहीं दूसरी ओरराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के छावनी इलाके में एक कार्यक्रम आयोजित करके 37 परिवारों के कम से कम 100 लोगों को कथित तौर पर फिर से हिंदू धर्म स्वीकार कराने का मामला तूल पकड़ने लगा है. इस संबंध में पुलिस ने एक केस दर्ज किया है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार केस बजरंग दल के एक कार्यकर्ता पर हुआ है.
बताया जा रहा है कि किशोर नाम का यह कार्यकर्ता पिछले 15 दिनों से इन परिवारों पर धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव डाल रहा था. इस्माईल नाम का एक युवक इस मामले में सामने आया है. यह वही युवक है जिसने धर्म परिवर्तन करके हिंदू धर्म को अपनाया था. उसने कल बजरंग दल पर दबाव डालने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि संघ की इकाई ‘धर्म जागरण समन्वय विभाग’ और बजरंग दल ने कल दावा किया था कि उन्होंने बडे पैमाने पर धर्मांतरण के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें हाथों में पवित्र धागा बांधकर और माथे पर तिलक लगाकर करीब 100 लोगों को ‘हिंदू धर्म में वापसी कराई गई.’
इनमें ज्यादातर झुग्गी-बस्ती में रहने वाले लोग हैं. धर्म जागरण समन्वय विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश्वर सिंह ने कहा, ‘‘वह घर वापसी :हिंदू धर्म में वापसी: के इच्छुक थे.’’ उन्होंने कहा कि जिन लोगों का धर्मांतरण कराया गया उनका ताल्लुक पश्चिम बंगाल से है और वे झुग्गियों में रह रहे थे. वे करीब 25 साल पहले यहां आए थे.