भारत रत्न देने में राजग सरकार ने की दलित महापुरुषों की उपेक्षाः मायावती
लखनऊ:लखनऊः बसपा मुखिया मायावती ने राजग सरकार द्वारा अटल बिहारी बाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय सम्मान देने में कांशीराम जैसे दलित महापुरुषों की उपेक्षा का आरोप लगाया है.उन्होंने केंद्र सरकार को महत्वपूर्ण मुददो पर कानून बनाने के लिए ’ अध्यादेश ’ का रास्ता […]
लखनऊ:लखनऊः बसपा मुखिया मायावती ने राजग सरकार द्वारा अटल बिहारी बाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय सम्मान देने में कांशीराम जैसे दलित महापुरुषों की उपेक्षा का आरोप लगाया है.उन्होंने केंद्र सरकार को महत्वपूर्ण मुददो पर कानून बनाने के लिए ’ अध्यादेश ’ का रास्ता अपनाने के लिए भी आडे हाथों लिया.
नये साल पर पहली बार पत्रकारों से रू -ब -रू होते हुए बहुजन समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधा है. मायावती ने मौजूदा सरकार की विफल रही कार्य प्रणाली की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नीत एनडीए सरकार ने जातिवाद और पक्षपात को बढ़ावा दिया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक ही जाति के दो लोगों अटल बिहारी वाजपायी और मदन मोहन मालवीय के लिए भारतरत्न की घोषणा करके दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ सौतेला रवैया अपनाया है. उन्होंने बसपा संस्थापक कांशीराम को भारतरत्न देने की वकालत करते हुए केंद्र सरकार पर दलितों के हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
मायावती ने पूर्व यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने भी पिछड़े वर्गों के हितों की अवहेलना की. उन्होंने कहा कि 9 अक्तूबर को कांशीराम के जन्मदिवस के दिन उनके सम्मान में 1 दिन का भी राष्ट्रीय शोक नहीं रखा गया.
मायावती ने केंद्र सरकार के बीते सात महीनें के कामों का ब्योरा देते हुए कहा कि सरकार ने आमचुनाव के दौरान जितना लोगों से वादा किया किया था उनके पूरा होने का संकेत नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा पेट्रोल और डीजल के घटते दामों का कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेलों के दामों में कमी है, इसमें मौजूदा सरकार का कोई रोल नहीं है..
बसपा सुप्रीमो ने कहा किमौजूदाकेंद्र सरकार आंतरिक आतंकवाद को भी खत्म करने में कामयाब नहीं हो सकी है जिसका ताजा उदाहरण असम में हुआ नक्सली हमला है जिसमें 100 से ज्यादा आदिवासियों की जानें गयी हैं.
उन्होंने उत्तरप्रदेश में सत्ता चला रही समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था की धज्जी उड़ा दी है. इसमें 100 में से 1 नंबर भी इस सरकार को देना लोगों के साथ अन्याय होगा. बदांयू गैंगरेप की घटना यहां की कानून व्यवस्था की स्थिति दर्शाती है जहां लड़कियां जरूरी कामों से भी शाम के वक्त घर से बाहर नहीं निकल सकती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर वार करते हुए मायावती ने कहा कि वे केवल पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के हितों में अध्यादेश जारी कर रहे हैं और गरीबों की जमीन सस्ते दामों पर उनलोगों को मुहैया करा रहे हैं.