बसपा सांसद जुगल किशोर हुए बागी, मायावती पर लगाये गंभीर आरोप
लखीमपुर खीरी: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में हाशिये पर डाले गये राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व समन्वयक जुगल किशोर ने आज बसपा प्रमुख मायावती पर धन लेकर चुनाव की सीटें बेचने का इल्जाम लगाते हुए इन आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की. किशोर ने यहां बातचीत में बसपा मुखिया पर धन लेकर चुनाव का टिकट […]
लखीमपुर खीरी: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में हाशिये पर डाले गये राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व समन्वयक जुगल किशोर ने आज बसपा प्रमुख मायावती पर धन लेकर चुनाव की सीटें बेचने का इल्जाम लगाते हुए इन आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की.
किशोर ने यहां बातचीत में बसपा मुखिया पर धन लेकर चुनाव का टिकट देने के गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां तक कि वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में कस्ता सीट से उनके बेटे सौरभ सिंह को टिकट देने के लिये उनसे 50 लाख रुपये मांगे गये थे.
गत मई में बसपा के पूर्वी उत्तर प्रदेश के जोनल समन्वयक पद से और कल दिल्ली तथा बिहार के पार्टी प्रभारी पद से हटाये गये किशोर ने चुनाव टिकट बेचने के आरोपों की सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए दावा किया कि अगर निष्पक्ष जांच हो तो बसपा के अनेक विधायक मायावती द्वारा चुनाव का टिकट बेचे जाने की गवाही देकर उन्हें बेनकाब कर देंगे.
कभी मायावती के बेहद करीबी सहयोगी माने जाने वाले राज्यसभा सदस्य ने कहा कि चुनाव के टिकटों का सौदा किये जाने के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से ही उन्हें हाशिये पर ला दिया गया है.मायावती को दुनिया की सबसे धनी राजनेता बताते हुए किशोर ने कहा कि पिछले कुछ समय से ‘दलित मिशन’ को किनारे करके ‘मनी मिशन’ शुरु कर दिया गया है.
लखनउ, नोएडा तथा दिल्ली में बहुजन प्रेरणा केंद्रों की स्थापना में बडे पैमाने पर गडबडियों का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दलितों के खून-पसीने की कमाई से बने इन केंद्रों को बाद में ट्रस्ट में तब्दील कर दिया गया और खुद मायावती, उनके भाई आनन्द तथा करीबी विश्वासपात्र सतीश चन्द्र मिश्र उसके ट्रस्टी बन गये.
उन्होंने कहा कि वह अपने करीबी साथियों और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ही किसी अन्य दल में जाने का फैसला करेंगे.
भाजपा के प्रति नरम रुख अपनाते हुए किशोर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना मदन मोहन मालवीय को ‘भारत रत्न’ दिये जाने का समर्थन किया.