यूपी विधान परिषद के चुनाव में खरीद-फरोख्त की आशंका!

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर आगामी 23 जनवरी को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) तथा मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा एक-एक अतिरिक्त उम्मीदवार खड़ा किये जाने के बाद वोटों की खरीद-फरोख्त की आशंका पैदा हो गयी है. प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2015 4:09 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर आगामी 23 जनवरी को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) तथा मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा एक-एक अतिरिक्त उम्मीदवार खड़ा किये जाने के बाद वोटों की खरीद-फरोख्त की आशंका पैदा हो गयी है.

प्रदेश में 403 सदस्यीय विधानसभा है और विधानमंडल के उच्च सदन में एक प्रत्याशी को जिताने के लिए निचले सदन के 31 सदस्यों का समर्थन जरूरी होगा.

विधानसभा में सपा के 230 सदस्य हैं लिहाजा वह सात सीटें आसानी से जीतने की स्थिति में हैं. उसके बाद भी सपा के पास 13 वोट बच जायेंगे. संभवत: (क्रॉस वोटिंग) का फायदा मिलने की उम्मीद में सपा ने सात के बजाय आठ उम्मीदवार खड़े किये हैं.

बसपा के पास 80 विधायक हैं और वह दो सीटें आसानी से जीत सकती है. हालांकि इसके बावजूद उसके पास 18 वोट बच जायेंगे और अपना तीसरा प्रत्याशी जिताने के लिए उसे बाहर से 13 वोटों की जरूरत होगी.

उधर, 41 सदस्यों वाली भाजपा सिर्फ एक ही उम्मीदवार को जिता सकती है और उसके पास भी 10 वोट बच जायेंगे. कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं और उसे एक उम्मीदवार जिताने के लिए तीन अतिरिक्त वोटों की जरूरत होगी.

कुल मिलाकर विधान परिषद चुनाव की बिसात दिलचस्प हो चली है और राष्ट्रीय लोकदल (आठ सदस्य), पीस पार्टी (चार सदस्य) कौमी एकता दल (दो) एक-एक विधायक वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल तथा तृणमूल कांग्रेस के अलावा छह निर्दलीय विधायक भी उच्च सदन में 12वें सदस्य के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभायेंगे.

सपा ने विधान परिषद चुनाव के लिए मौजूदा नेता सदन एवं स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन के अलावा रमेश यादव, रामजतन राजभर, साहब सिंह सैनी, अशोक वाजपेयी, वीरेंद्र सिंह गुर्जर, सरोजिनी अग्रवाल तथा आशु मलिक को प्रत्याशी बनाया है.

दूसरी ओर, बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी की तरफ से नसीमुद्दीन सिद्दीकी, धर्मवीर सिंह अशोक एवं प्रदीप को उम्मीदवार घोषित किया है.विधान परिषद की 12 सीटों के चुनाव के लिए तय कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन आगामी छह से 13 जनवरी तक दाखिल किये जा सकेंगे जिनकी जांच 14 जनवरी को की जायेगी. नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 जनवरी होगी. मतदान आगामी 23 जनवरी को पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक होगा जबकि मतों की गिनती उसी दिन शाम पांच बजे शुरू की जायेगी.

गौरतलब है कि प्रदेश विधानपरिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है. इनमें नेता सदन अहमद हसन और नेता प्रतिपक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी शामिल हैं. इसके अलावा रमेश यादव तथा सरोजिनी अग्रवाल (सपा) अशोक कुमार सिद्धार्थ, ओम प्रकाश भारती, प्रताप सिंह बघेल, महेश आर्य तथा लोकेश प्रजापति (बसपा), बाबूराम एमकाम और विनोद पांडेय (भाजपा) का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है.

प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में इस वक्त बसपा के 59 सदस्य हैं. इसके अलावा सपा के 21, भाजपा के छह, कांग्रेस के दो, राष्ट्रीय लोकदल का एक सदस्य है जबकि दो सीटें रिक्त हैं.

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