सपा में हो रहा जिताऊ प्रत्याशी पर मंथन

लखनऊ:सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव लोकसभा चुनाव में बेहतर नतीजा हासिल करने के लिए अब तक घोषित किए गए लोकसभा प्रत्याशियों की जीत को लेकर नए सिरे से मंथन करेंगे. पार्टी नेताओं के अनुसार संसद के मानसून सत्र के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव प्रत्याशियों की जिताऊ स्थिति का आंकलन फिर से करेंगे. जिसमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2013 6:06 PM

लखनऊ:सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव लोकसभा चुनाव में बेहतर नतीजा हासिल करने के लिए अब तक घोषित किए गए लोकसभा प्रत्याशियों की जीत को लेकर नए सिरे से मंथन करेंगे. पार्टी नेताओं के अनुसार संसद के मानसून सत्र के बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव प्रत्याशियों की जिताऊ स्थिति का आंकलन फिर से करेंगे. जिसमें वह कुछ सीटों पर घोषित प्रत्याशी बदलेंगे और रामपुर, श्रावस्ती, अमेठी तथा रायबरेली संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने वाले पार्टी प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेंगे.

गौरलतब है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सूबे की 80 संसदीय सीटों में से 76 पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी तय कर दिए हैं. रामपुर, श्रावस्ती, रायबरेली और अमेठी संसदीयं सीट पर सपा प्रमुख ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा अभी तक नहीं की है. रायबरेली और अमेठी संसदीय सीट से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं. सपा प्रमुख इनके खिलाफ प्रत्याशी खड़ा करने के पक्ष में नहीं हैं. जबकि रामपुर सीट पर आजम खां और श्रावस्ती सीट पर दो मंत्रियों से विचार-विमर्श ना हो पाने के चलते सपा प्रमुख अभी तक प्रत्याशी तय नहीं कर सके हैं. वही बीते दो माह में जिन 76 संसदीय सीटों पर मुलायम सिंह ने प्रत्याशी घोषित किए, उनमें से 16 सीटों पर उन्होंने पार्टी के घोषित उम्मीदवार का बदल दिया.

पार्टी के पर्यवेक्षकों द्वारा इन 16 सीटों पर सपा प्रत्याशियों की स्थिति कमजोर बतायी गई थी. पार्टी नेताओं का कहना है कि अभी भी आधा दर्जन से अधिक संसदीय सीटों के प्रत्याशियों की जीत की संभावना को लेकर रिपोर्ट अच्छी नहीं हैं. जिसके अनुसार लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, सुल्तानपुर, जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी, बरेली और देवरिया, जैसी सीटों पर प्रत्याशियों की जीत को लेकर किंतु परन्तु की गुंजाइश है. इन सीटों पर घोषित प्रत्याशियों के पुनर्विचार की पर्याप्त वजहें वहां का दौरा कर लौटे पर्यवेक्षकों ने सपा प्रमुख को बतायी हैं. खुफिया महकमे के अफसरों ने भी मुख्यमंत्री को बताया है कि इन सीटों पर सपा प्रत्याशी उतनी पकड़ नहीं बना सके हैं जितनी पार्टी को दरकार है. पार्टी प्रत्याशियों की ऐसी कमजोर स्थिति से सपा प्रमुख मुलायम सिंह की चुनावी रणनीति गड़बड़ा सकती है.

लिहाजा, अब तक घोषित सभी सीटों के प्रत्याशियों पर फिर से चिंतन-मंथन लाजिमी हो गया है. फिलहाल, यह सब शुरुआती स्तर है. पार्टी नेताओं के अनुसार मुलायम सिंह आगामी लोकसभा चुनावों में यूपी सहित देश के अन्य राज्यों से 40 संसदीय सीटों पर सपा प्रत्याशियों की जीत चाहते हैं. सपा को सबसे अधिक सीटे यूपी से हासिल होंगी क्योंकि यही सपा सबसे अधिक मजबूत है. सपा के पास अगले लोकसभा चुनाव में इस लक्ष्य को हासिल करने एक मौका है. मुलायम सिंह उसे कतई खोना नहीं चाहते. इसलिए वह सभी घोषित सीटों के प्रत्याशियों की जिताऊ स्थिति का बार बार आकलन करेंगे और कमजोर प्रत्याशियों को हटाकर उनके स्थान पर दूसरे को चुनाव मैदान में उतारेंगे. सपा प्रमुख अने इस आंकलन के तहत जिताऊ प्रत्याशियों की खोज में लगे हैं. अन्य दलों से सपा में आने के आतुर कई नेताओं से उनकी बात हो रही है. मानसून सत्र निपटते ही सपा प्रमुख इन नेताओं को सपा में लाएंगे और जिन सीटों पर सपा के प्रत्याशियों के खराब रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उन्हें हटाने की सलाह दी गई है, उन्हें हटाने का निर्णय लेंगे.

।।राजेन्द्र कुमार।।

Next Article

Exit mobile version