नेताजी के निधन का सच जानने के लिए होगा आंदोलन तेज

लखनऊ: नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के निधन की गुत्थी सुलझाने के लिये केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से छेड़ी गयी मुहिम के तहत आगामी 23 जनवरी को नेताजी की जयन्ती पर रायबरेली में एक रैली आयोजित की जाएगी. रैली के आयोजक और रायबरेली से पीस पार्टी के विधायक अखिलेश सिंह ने आज यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 6:07 PM

लखनऊ: नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के निधन की गुत्थी सुलझाने के लिये केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से छेड़ी गयी मुहिम के तहत आगामी 23 जनवरी को नेताजी की जयन्ती पर रायबरेली में एक रैली आयोजित की जाएगी.

रैली के आयोजक और रायबरेली से पीस पार्टी के विधायक अखिलेश सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में बोस के निधन की गुत्थी उलझाने के लिये कांग्रेस तथा उसके नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘नेताजी’ के मामले को सुलझाने का वादा किया था.
उन्होंने कहा कि मोदी को उनका वादा याद दिलाने तथा उसे पूरा करने का दबाव डालने के लिये आगामी 23 जनवरी को रायबरेली में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा. उसके बाद ऐसी रैलियां पूरे देश में आयोजित की जाएगी. मोदी सरकार से मांग है कि वह इस मामले को रुस सरकार के साथ मिलकर सुलझाए.
सिंह ने कहा ‘‘अंग्रेजों ने या अमेरिका ने कभी नहीं कहा कि बोस उस कथित विमान दुर्घटना में मारे गये थे.’’ सिंह ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में कई बार यह मामला उठा लेकिन सरकार ने गोलमोल जवाब ही दिया. देश यह जानना चाहता है कि नेताजी के साथ दरअसल क्या हुआ. अब आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है. प्रधानमंत्री मोदी इस मामले को तय करें, नहीं तो मुहिम और तेज की जाएगी.

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