लखनऊ:शपथ लेने के दस दिनों बाद तीन कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विभाग बांट दिए. वही सरकार में प्रभावी भूमिका निभाने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के विश्वासपात्र माने जाने वाले अंबिका चौधरी का कद मुख्यमंत्री ने तराश दिया. उनसे राजस्व विभाग लेकर मुख्यमंत्री ने उन्हें पिछड़ा वर्ग और विकलांग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी है. राजस्व विभाग अब शिवपाल सिंह यादव देखेंगे. शिवपाल के पास अब 11 विभाग हो गए हैं. मुख्यमंत्री के बाद अब शिवपाल के पास ही सर्वाधिक विभागों का दायित्व है.
मुख्यमंत्री के इस निर्णय के तहत 18 जुलाई को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल किए गए कैबिनेट मंत्री नारद राय को खेलकूद और युवा कल्याण तथा कैलाश यादव को खादी ग्रामोद्योग विभाग दिया गया है. जबकि राज्यमंत्री से कैबिनेट में शामिल किए गए राममूर्ति वर्मा को उनके पुराने विभाग दुग्ध विकास का ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. स्वतंत्र प्रभार पाने वाले गायत्री प्रजापति के पास भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग बना रहेगा. रविवार को हुए विभागों के बंटवारे में अंबिका चौधरी का ही विभाग बदला गया है. अंबिका चौधरी के पास राजस्व विभाग था, इस विभाग के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री बेहद असंतुष्ठ थे और उन्होंने अंबिका चौधरी को मंत्रिमंड़ल से हटाने का निर्णय करीब करीब ले लिया था, जिसे प्रमुख मुलायम सिंह के कहने पर मुख्यमंत्री ने बदला पर नये मंत्रियों को विभागों का बटवारा करते हुए अंबिका से राजस्व विभाग ले लिया.
रविवार को हुए विस्तार में खादी ग्रामोद्योग विभाग कैलाश यादव को दिया गया है. यह विभाग राजाराम पांडेय के हटाए जाने से खाली था. कैलाश यादव को खादी महकमे का दायित्व मिलने से एक बात साफ हो गई कि राजाराम पांडेय को दुबारा मंत्रिमंडल जल्दी शामिल नहीं किया जाएगा. राजा राम पाण्डेय ने एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. जिससे खफा होकर मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा ले लिया था.
!!राजेन्द्र कुमार!!