बिहार में सत्ता हथियाने में जुटी भाजपा : मायावती
।।लखनऊ से राजेन्द्र कुमार।। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर हमला बोला.मायावती के अनुसार भाजपा नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली ऐतिहासिक हार से कोई सबक नहीं सीखा है.भाजपा नेताओं द्वारा अनेक तरह की तिकड़मबाजी करके ज्यादा से ज्यादा राज्यों में सत्ता हासिल करने […]
।।लखनऊ से राजेन्द्र कुमार।।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर हमला बोला.मायावती के अनुसार भाजपा नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली ऐतिहासिक हार से कोई सबक नहीं सीखा है.भाजपा नेताओं द्वारा अनेक तरह की तिकड़मबाजी करके ज्यादा से ज्यादा राज्यों में सत्ता हासिल करने में जुटे रहना यह दर्शाता है.जिसके चलते ही झारखंड में भाजपा नेताओं ने चार विधायकों तो तोड़ा और अब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बिहार में अनेक तरह के षड़यंत्र करके राष्ट्रपति शासन के माध्यम से सत्ता हथियाने के प्रयास कर रहा है, ताकि वहां जल्दी ही होने वाले विधानसभा चुनावों में इसका चुनावी लाभ उठाया जा सके.
यहां पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करने हुए मायावती ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर यह आरोप लगाया है.बसपा मुखिया मायावती के मुताबिक दिल्ली की जनता ने केंद्र सरकार के हवाई वादों की पोल खोल कर रख दी है.दिल्ली के लोगों ने बता दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौ माह की सरकर में किसान तथा गरीबों के विरोध में और पूंजीपतियों तथा धन्ना सेठों को लाभ पहुंचाने वाले फैसले लिए गए.मोदी सरकार गरीबों से किए गए हर वायदे को भूल गई.
दंगाईयो को संरक्षण देने का काम हुआ और लोगों के बीच नफरत फैला कर भाजपा नेता अपना उल्लू सीधा करने में जुट गए.जिसके चलते भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनाव में इनके खराब काम के कारण तगड़ा झटका मिला है और भाजपा को दिल्ली में करारी हार झेलनी पड़ी है.भाजपा की इस हार को विश्व भर में देखा और दिल्ली में भाजपा की हुई हार की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है.फिर भी भाजपा नेता अपने आचरण में बदलाव नहीं ला रहे हैं और अब भाजपा नेता बिहार की सत्ता हथियाने में लगे हैं.
मायावती के मुताबिक हाल ही में हुए यूपी विधान परिषद के चुनावों में भी भाजपा ने अन्य दलों में तोड़फोड़ कर अपने दो प्रत्याशी जिताने का प्रयास किया था.जिसे बसपा ने पूरा नहीं होने दिया.वास्तव में सिर्फ 31 फिसदी वोट पाकर केंद्र की सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा की मंशा किसी भी तरीके से देश के हर राज्य पर कब्जा जमाने की है.जिसके दिल्ली में पहला झटका लगा है और अब आगे भी उसे ऐसे ही झटका यूपी में लगेगा.उत्तर प्रदेश से लोकसभा में भाजपा को सबसे अधिक सीट मिली हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश अभी भी उपेक्षित ही है.
भाजपा नेताओं ने कानून के जरिए अखिलेश सरकार के जंगलराज से लोगों को मुक्त करने का कोई प्रयास नहीं किया.जिसके चलते यहां का गरीब और गरीब होता जा रहा है.किसान की समस्याओं का निदान भी प्रदेश सरकार नहीं कर रही है.यूपी में किसानों को न तो बिजली मिल रही और न ही खाद तथा पानी.इसका खामियाजा यूपी में भाजपा और सपा को आगामी चुनावों में भोगना पड़ेगा.