चौथी बार बजट पेश करने वाले चौथे सीएम बने अखिलेश

।। लखनऊ से राजेन्द्र कुमार ।। अखिलेश यादव मंगलवार को प्रदेश के ऐसे चौथे मुख्यमंत्री बन गए जिन्होंने विधानसभा में चौथी बार बजट पेश किया. यूपी में सर्वाधिक बजट पेश करने का श्रेय नारायण दत्त तिवारी (एनडी तिवारी) को जाता है. उन्होंने सात बार वित्त मंत्री और चार बार मुख्यमंत्री के रूप में बजट पेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 7:38 PM

।। लखनऊ से राजेन्द्र कुमार ।।

अखिलेश यादव मंगलवार को प्रदेश के ऐसे चौथे मुख्यमंत्री बन गए जिन्होंने विधानसभा में चौथी बार बजट पेश किया. यूपी में सर्वाधिक बजट पेश करने का श्रेय नारायण दत्त तिवारी (एनडी तिवारी) को जाता है. उन्होंने सात बार वित्त मंत्री और चार बार मुख्यमंत्री के रूप में बजट पेश किया. उनके बाद मुलायम सिंह यादव का नाम लिया जाता है. मुलायम सिंह यादव ने सर्वाधिक नौ बार मुख्यमंत्री रहते बजट पेश किया है.

आजादी के बाद पहली बार पंडित गोविंद वल्लभ पंत ने मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में 7 जुलाई 1952 को बजट पेश किया. एनडी तिवारी ने सात बार वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश किया. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने 25 मार्च 1977 को पहली बार अंतरिम बजट रखा. इसके बाद मुख्यमंत्री रहते तीन बार और बजट प्रस्तुत किया. 16 जुलाई 80 को तत्कालीन मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बजट पेश किया. वह केवल एक बार ही बजट पेश कर सके. यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में वीर बहादुर सिंह ने तीन बार बजट रखा. पहली बार उन्हें 14 फरवरी 1986 को बजट पेश करने का मौका मिला.

मुलायम सिंह यादव ने पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में 15 जून 1990 को बजट पेश किया. इसके बाद बतौर सीएम उन्हें आठ बार और बजट पेश करने का अवसर मिला. मायावती ने चार बार बजट रखा. पहली बार उन्होंने 14 जुलाई 1995 को बजट पेश किया. कल्याण सिंह ने कुल तीन बार बजट पेश किया. पहली बार उन्होंने 1997 में अंतरिम बजट पेश किया और 24 मार्च 1998 को बजट पेश किया. अब अखिलेश यादव ने मंगलवार को चौथी बार यूपी के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री की हैसियत से बजट प्रस्तुत किया. उन्होंने यूपी के सीएम और वित्त मंत्री के रूप में पहली बार 1 जून 2012 को बजट पेश किया था. इस पहले बजट में जनता पर कोई कर अखिलेश यादव ने नहीं लादा था और बारहवीं पास छात्र छात्राओं को मुफ्त लैपटाप तथा हाईस्कूल पास छात्र छात्राओं को टैपलेट देने की घोषणा की गई थी. बजट के बाद बारहवीं सपा छात्र और छात्राओं को लैपटाप को दिए गए पर टैबलेट किसी भी छात्र और छात्रा को नहीं दिया गया.

मंगलवार को अखिलेश यादव ने 302687.32 करोड़ रुपये का बजट पेश करते हुए भी जनता पर कोई कर नहीं लादा और करीब-करीब बंद कर दी गई निशुल्क लैपटाप वितरण योजना को कुछ शर्तों के साथ फिर शुरू करने का ऐलान किया. परन्तु टैबलेट योजना शुरू करने को लेकर बजट में कोई वायदा नहीं किया. बजट में यूपी के विकास को लेकर सड़क और पुल निर्माण तथा कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया है कि उनका यह बजट यूपी मे खुशहाली लाएगा.

* बजट में सड़क व बिजली पर पूरा ध्यान : अखिलेश

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपना चौथा बजट पेश किया. बजट के बाद उन्होंने कहा कि इस बार बजट में सड़क तथा बिजली पर पूरा ध्यान दिया गया है. इस बार बजट में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो के विकास के लिए प्रावधान है.

मुख्यमंत्री का दावा है कि यूपी देश में तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है. जिसे अधिक गति देने के लिए हमने बजट में सड़क के साथ बिजली पर पूरा ध्यान दिया है. अगर हमारा यातायात अच्छा होगा तो विकास भी तेज होगा. जिला मुख्यालयो को चार लेन सड़क से जोड़ा जा रहा है. यातायात के लिए सुगम व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. मार्गो का चौड़ीकरण के साथ मरम्मत कार्य व्यापक स्तर पर हो रहा है.

मुख्यमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ने बिजली के क्षेत्र में काफी काम किया है. आने वाले समय में सभी को उत्तर प्रदेश सरकार का काम दिखेगा. बजट में किसानों की खुशहाली का पूरा ख्याल रखा है. अपना किसान खुश होगा तो पूरे प्रदेश का विकास होगा. सरकार ने गांव के साथ शहरों का भी विकास किया है. बजट में किसानों के लिए धन का इंतजाम किया गया है. मंडी स्थल के साथ कृषि बाजारों की स्थापना की जा रही है.

सरकार किसानों की उपज को अच्छा बाजा उपलब्ध कराने की पहल कर रही है. समाजवादी पेंशन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से 40 लाख गरीब परिवार लाभान्वित होंगे. इससे गरीब परिवार की महिलाओं को लाभ होगा. हम प्रदेश के हर वर्ग के लोगों का विकास करेंगे. सरकार लोगों से करे सभी वादों को पूरा करेगी. अपने इंफ्रास्ट्रकचर को और बेहतर बनाएंगे. इस बार का बजट पिछली बार से 10.2 प्रतिशत अधिक है.

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