नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार रात उत्तर प्रदेश के पार्टी सांसदों के लिए भोज का आयोजन किया जहां उन्होंने अनेक मुद्दों पर अपने विचार साझा किये. पार्टी ने अपने सांसदों से भूमि अधिग्रहण विधेयक पर विपक्ष के तर्कों को धता बताने के लिए जनता के बीच जाने को कहा है. नये विधेयक का मसौदा तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पार्टी सांसदों को संबोधित किया जहां उन्होंने विधेयक के किसान हितैषी कदमों के बारे में विस्तार से बताया. सरकार द्वारा पिछले साल दिसंबर में लाये गये अध्यादेश की जगह इस विधेयक को लाने की तैयारी है.
भाजपा ने इस तरह के आरोपों को खारिज कर दिया कि उसने उद्योग जगत को खुश करने के लिए संप्रग सरकार द्वारा लाये गये कानून में तोड मरोड की है. पार्टी का कहना है कि नये कदम ग्रामीण ढांचे और सिंचाई की सुविधाओं को मजबूत करेंगे. मोदी देर रात को भोजन पर मुलाकात में पहुंचे और सांसदों से मिले. मोदी ने उनसे बातचीत में कहा कि उन्हें गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के कल्याण के उद्देश्य से सरकार द्वारा किये गये कार्यों का प्रचार करना चाहिए. शाह ने राज्य में पार्टी की सदस्यता बढाने पर जोर दिया. उत्तर प्रदेश के 80 में से 71 सांसद भाजपा के हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक शाह मौजूदा संसद सत्र के दौरान अनेक राज्यों के सांसदों के साथ बैठकें करेंगे.