जल्दबाजी में फ्रूट ड्रिंक पीना हो सकता है जानलेवा, कानपुर में एक्सपायरी Fruit drink की 3600 बोतलें बरामद
कानपुर में बस अड्डे पर यात्रियों को बेचने के लिए लाई गई एक्सपायरी फ्रूट ड्रिंक की 3600 बोतलें मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम के हाथ लगी हैं. टीम ने कार्रवाई करते हुए फ्रूट ड्रिंक को नाली में फिंकवा दिया. साथ ही सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा दिया है.
Kanpur News: कानपुर के झकरकटी बस अड्डे पर यात्रियों को बेचने के लिए लाई गई एक्सपायरी फ्रूट ड्रिंक की 3600 बोतलें मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम के हाथ लगी हैं. माफियाओं ने बस अड्डे के सामने पास ही एक माल बोतलें छिपाकर रखी थी. टीम ने कार्रवाई करते हुए फ्रूट ड्रिंक को नाली में फिंकवा दिया. साथ ही सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा दिया है.
टीम ने मौके पर पहुंच नष्ट की बोतलें
इस पूरे मामले को लेकर सहायक आयुक्त खाद विजय प्रताप सिंह ने बताया कि टाटमिल चौराहा स्थित गैंजेज कंपाउंड में राहुल गुप्ता और मनोज गुप्ता द्वारा एक्सपायरी फ्रूट ड्रिंक बेचने की जानकारी मिली थी. जिस पर टीम तैयार कर छापेमारी के निर्देश दिए गए. मुख्य खाद सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार को छापा मारा तो माजा ब्रांड की 3600 बोतल बरामद हुई. ये 150 गत्तों में रखी हुई थी. छापे के दौरान जब बोतलों की जांच की गई तो सभी बोतले एक्सपायरी डेट की मिलीं. प्रत्येक बोतल में 600 मिली फ्रूट ड्रिंक की थी सभी बोतलों को नाले में फिकवा कर नष्ट कर दिया गया है. इन बोतलों को कीमत लगभग 1 लाख 8 रुपये है.
जल्द बाजी में यात्री चेक नहीं करते एक्सपायरी डेट
गर्मी आते ही कोल्ड ड्रिंक और फ्रूट ड्रिंक का कारोबार जोर पकड़ने लगा है, लेकिन कुछ लोग फ्रूट ड्रिंक पीने से पहले एक्सपायरी डेट नहीं देखते. यही कारण है कि शुक्रवार को कानपुर में 3600 बोतलें (2160 लीटर) माजा फ्रूट ड्रिंक का एक्सपायरी माल पकड़ा गया. इसे गर्मी के सीजन में मार्केट में खपाने की तैयारी थी.यात्रा के दौरान यात्री बस और ट्रेन पकड़ने की जल्दी में एक्सपायरी डेट नहीं देखते. वहीं दुकानदार एक्सपायरी डेट की फ्रूट ड्रिंक सस्ते दामों में खरीद लेते है और यात्रियों को एमआरपी रेट पर बेच कर मोटा पैसा कमाते हैं.
बोतले नष्ट करने में बच्चों ने निभाई भूमिका
बड़ी संख्या में फ्रूट ड्रिंक की एक्सपायरी बोतलों को नष्ट करने के लिए वहां मौजूद नाले को खोलकर सभी बोतलों को उसमें खाली किया गया.150 गत्तों में 3600 बोतलों को खाली करने में अधिकारियों से लेकर वहां मौजूद बच्चों ने भी अपनी भूमिका निभाई. बोतलों को खाली करने में 5 से 6 लोगों को करीब 2 घंटे का समय लग गया.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी