फरुखाबाद : उत्तरप्रदेश के फरुखाबाद में छेड़छाड़ और गोली चलने की वारदात को लेकर दो समुदायों के बीच उपजा साम्प्रदायिक तनाव जिला प्रशासन की सूझ–बूझ के कारण टल गया.पुलिस सूत्रों के मुताबिक कमालगंज की निवासी शिक्षिका शिवानी ने नगला दाउद गांव के प्रधान अन्ना उर्फ फिरोज के भाई कुख्यात अपराधी इजराइल तथा उसके साथियों पर उससे अभद्र व्यवहार करने तथा कमालगंज के थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें संरक्षण दिये जाने का आरोप लगाया था.
उन्होंने बताया कि शिवानी के मुताबिक इजराइल और उसके साथियों ने कल उसके घर में घुसकर उससे अभद्रता की और विरोध करने पर उन्होंने मुहल्ले के निवासी राजेश नामक व्यक्ति को गोली मारकर घायल कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक इस वारदात से नाराज वैश्य और लोध राजपूत बिरादरी के सैकड़ों लोगों ने थाना घेरकर उग्र प्रदर्शन किया था. वे लोग इजराइल, उसके ग्राम प्रधान भाई अन्ना और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता सलाउद्दीन पहलवान की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
मामला दो समुदायों के बीच का होते देख लोग साम्प्रदायिक हिंसा की आशंका के मद्देनजर दुकानें तथा अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के शटर गिराने लगे और नगर में भय तथा तनाव व्याप्त हो गया सूत्रों ने बताया कि मामले की सूचना मिलने पर वरिष्ठ प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें फौरन गिरफ्तार करने के आदेश दिये. इसके अलावा लोगों में सुरक्षा की भावना भरने के लिये मौके पर पुलिस बल ने मार्च भी किया.
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरु कर दी गयी है. पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट होकर प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन बंद कर दिया.