लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी सरकार अंग्रेजी के खिलाफ नहीं है, मगर रोजमर्रा और सरकारी कामकाज में उसका जोर हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग पर जरुर है. मुख्यमंत्री ने आज यहां प्रदेश सरकार के पहले न्यूज पोर्टल ‘यूपीन्यूज 360डाट इन’ तथा समाजवादी श्रवण यात्रा योजना के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम अंग्रेजी के खिलाफ नहीं हैं, पर हमारा जोर हिन्दी के अधिक से अधिक उपयोग पर जरुर है. ताकि अंग्रेजी जानने वाले कोई विशेष फायदा न उठा ले जायें.’
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग हमारी लैपटाप वितरण योजना का विरोध कर रहे थे. आज वाईफाई की बात कर रहे है. आखिर इसका उपयोग कैसे होगा. केंद्र सरकार द्वारा कल पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को कामयाब बनाने के लिए जारी परामर्शी के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा, ‘भारत एक आजाद देश है और यहां लोगों को इस बात की आजादी है कि वे जो उन्हें ठीक लगे करें. जो भी बहुत से लोग रोज योगाभ्यास करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हमने भी हाल ही में ‘आर्ट आफ लिविंग’ के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर की देखरेख में योग कार्यक्रम का आयोजन किया था, मगर इसका प्रचार नहीं किया. जबकि ऐसा कर सकते थे. मुख्यमंत्री ने हर व्यक्ति के लिए योग को लाभकारी बताते हुए कहा कि जो भी हो इसे लोगों पर थोपा नहीं जाना चाहिए. शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की हत्या में राज्य सरकार के एक मंत्री को अभियुक्त बनाये जाने के मामले में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिये गये हैं और किसी के साथ अन्याय नहीं होने पायेगा.
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की टिप्पणी पर यादव ने कहा कि वर्ष 1975 में जब आपातकाल लगा था तब जिस तरह पत्रकारों को उत्पीडन का शिकार होना पडा था. उसके लिए उन्हें अब भी तैयार रहना चाहिए. उन्होंने सरकार के न्यूज पोर्टल की जरुरत पर बल देते हुए कहा कि इससे अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि आगे बढना है तो विज्ञान की रफ्तार के साथ चलना होगा.