सबसे मुश्किल हालात में काम करती है पुलिस : अखिलेश यादव
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस को सबसे मुश्किल परिस्थितियों में काम करने वाला बल करार देते हुए आज कहा कि पुलिस से कर्तव्य की अपेक्षा रखने के साथ-साथ उसकी सुविधाओं के लिये भी काम करना जरुरी है. मुख्यमंत्री ने यहां प्रदेश पुलिस बल को 1056 चौपहिया वाहन समर्पित करने के […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस को सबसे मुश्किल परिस्थितियों में काम करने वाला बल करार देते हुए आज कहा कि पुलिस से कर्तव्य की अपेक्षा रखने के साथ-साथ उसकी सुविधाओं के लिये भी काम करना जरुरी है. मुख्यमंत्री ने यहां प्रदेश पुलिस बल को 1056 चौपहिया वाहन समर्पित करने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा ‘मैं समझता हूं कि पुलिस के लोग सबसे कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं. थाने में पुलिस के जवानों को खाना खाने तक का वक्त नहीं मिल पाता. इसके अलावा उन्हें नाश्ता और खाना कब मिलेगा, यह भी पता नहीं होता. वह कहां और किन परिस्थितियों में रहेंगे, यह भी कहना कठिन होता है.’
उन्होंने कहा ‘आप पुलिस से ड्यूटी की अपेक्षा रखते है, लेकिन सवाल यह है कि उनके लिये क्या इंतजाम किया गया? समाजवादियों ने यह इंतजाम किया है. सरकार ने पुलिस में पदोन्नतियों तथा अन्य सुविधाओं की शुरुआत करके दिखाई है.’ अखिलेश ने कहा ‘पुलिस विभाग ने बहुत अच्छा काम किया. अगर कोई घटना होती है तो हम कम से कम एफआइआर तो नहीं छुपाते. मैं चाहता हूं कि पुलिस विभाग अच्छा हो और अच्छा काम करे. हम चाहते हैं कि हरेक को सुविधा मिले, अगर सुविधा मिलेगी तो काम भी अच्छा होगा.’
उन्होंने कहा कि वर्दी का डर आज भी है लेकिन वह डर ऐसा दिखना चाहिये जिससे अपराधी भागे और आम आदमी उस वर्दी का सम्मान करे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा सपा शासन में कोई भी व्यक्ति अपनी बात कह सकता है. इस सरकार से ज्यादा लोकतांत्रिक सरकार शायद ही कोई हो. मुख्यमंत्री ने मीडिया की तरफ इशारा करते हुए कहा ‘लेकिन समाजवादियों का दुर्भाग्य है कि जो सहयोग मिलना चाहिये वह नहीं मिलता. महाराष्ट्र में हाल में जहरीली शराब पीने से 100 लोगों की जान चली गयी लेकिन टेलीविजन पर वहां के मुख्यमंत्री की फोटो नहीं आयी.
लेकिन अगर उत्तर प्रदेश में कोई घटना हो जाए. बदायूं के अलावा और भी घटनाएं हैं, उसकी खबरों में हमारी तीन-तीन तस्वीर दिखायी गयी. यह राजनीति करने वालों का दुर्भाग्य है कि अच्छा काम दिखता नहीं और गलत काम का प्रचार होता है.’ उन्होंने कहा कि जहां गांवों में विकास कार्य हो रहे हैं, वहीं मेट्रो रेल और अत्याधुनिक शहर भी बन रहे हैं. ऐसा संतुलन किसी सरकार में हो तो बताएं. काम में समाजवादियों का कोई मुकाबला नहीं है, लेकिन प्रचार में हम अब भी थोडा पीछे हैं.