मोदी की जनता से गुजारिश, आप मुझे दिल्ली का चौकीदार बनायें

झांसी: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के मुजफ्फरनगर दंगापीड़ित युवकों के कथित सम्पर्क में होने का विवादास्पद बयान देने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से उन मुस्लिम नौजवानों के नाम सार्वजनिक करने अन्यथा एक कौम को बदनाम करने के लिये क्षमायाचना की मांग की. मोदी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2013 9:06 PM

झांसी: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के मुजफ्फरनगर दंगापीड़ित युवकों के कथित सम्पर्क में होने का विवादास्पद बयान देने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से उन मुस्लिम नौजवानों के नाम सार्वजनिक करने अन्यथा एक कौम को बदनाम करने के लिये क्षमायाचना की मांग की.

मोदी ने बुंदेलखण्ड के झांसी में पार्टी की ‘विजय शंखनाद रैली’ में राहुल पर निशाना साधते हुए कहा ‘‘ राहुल ने मुजफ्फरनगर दंगों के पीड़ित नौजवानों पर गम्भीर आरोप लगाया है और कहा है कि आईएसआई राहत शिविरों में रह रहे कुछ युवकों से कथित रुप से सम्पर्क में हैं. मैं राहुल का आह्वान करता हूं कि वे उन नौजवानों के नाम सार्वजनिक करें. अगर नहीं करते हैं तो एक कौम पर इस तरह का इल्जाम लगाने के लिये सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें.’’

उन्होंने कहा, ‘‘….सरकार आपकी है, देश पर हुकूमत आपकी पार्टी की है, क्या कारण है कि आईएसआई आपकी नाक के पीछे उत्तर प्रदेश के गलियारे में अपने पैर पसारने की ताकत रखती है. देश जवाब मांगता है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘मानवता में विश्वास करने वाला कोई व्यक्ति राहुल की इस भाषा पर विश्वास नहीं कर सकता. मैं गम्भीर सवाल करता हूं कि आखिर गुप्तचर तंत्र के लोग भारत की अत्यन्त गुप्त जानकारी उस व्यक्ति के साथ कैसे साझा कर रहे है, जिसने कभी गोपनीयता की शपथ ही नहीं ली.’’उन्होंने कहा ‘‘क्या ऐसी सरकार में आपका भविष्य सुरक्षित है, क्या उसके नेता भरोसे के लायक हैं. उखाड़ फेंको उन्हें, यह तबाही का मंजर बना रहे हैं.’’

मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ही राहुल की तकरीर की ओर इशारा करते हुए की और कहा ‘‘मैं आज आपके पास रोने-धोने के लिये नहीं आया हूं और ना ही मैं आंसू बहाने वालों की कोई कथा सुनाने आया हूं. मैं आया हूं आपके आंसू पोछने का विश्वास देने के लिये.’’उन्होंने कहा ‘‘राहुल ने कहा कि जब उनकी दादी की हत्या हुई तो उन्हें बहुत गुस्सा आया.

मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या यह सच नहीं है कि आपकी पार्टी के नेताओं को भी गुस्सा आया था और उन्होंने हजारों सिखों को गुस्से में जिंदा जला दिया था. आपको अपनी दादी की मृत्यु पर गुस्सा आया था लेकिन क्या सिखों को मारने वालों पर गुस्सा आया था.’’

मोदी ने कहा ‘‘अपने पुरखों के महलों के खंडहर देखने जाने वालों की तरह आजकल राहुल अपने पिताजी, दादी और नाना के पराक्रम देखने जाते हैं. कहां जाते हैं, गरीब की झोपड़ी में जाते हैं. यह गरीब की झोपड़ी उनके पूर्वजों के पराक्रम का नतीजा है.’’ उन्होंने ‘पूरी रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे’ के राहुल के नारे पर भी तंज कसते हुए कहा कि साठ साल में कांग्रेस आधी रोटी से पूरी रोटी तक पहुंची, तो पेट भर रोटी के लिये 100 साल लगा देगी. क्या आप इतना इंतजार करना चाहते हैं.

मोदी ने कहा कि राहुल अपनी सरकार के भ्रष्टाचार, महंगाई और बलात्कार पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं. चुनी हुई सरकार के प्रतिनिधि को जनता को जवाब देना चाहये. राहुल खुद को शहजादा मानते हैं लेकिन जनता को जवाब देने को तैयार नहीं हैं.उन्होंने कहा ‘‘आपने कांग्रेस को 60 साल दिये, हमें सिर्फ 60 महीने देकर देखिये. 60 साल में कांग्रेस ने जो बरबाद किया. भाजपा को 60 महीने दिये तो हम आपकी तकदीर और देश की तस्वीर बदल देंगे.’’

मोदी ने कहा ‘‘आप मुझे प्रधानमंत्री मत बनाइये. आप मुझे चौकीदार बनाइये. मैं दिल्ली में जाकर चौकीदार की तरह बैठूंगा. आप ऐसा चौकीदार बैठाएंगे जो देश के खजाने पर कभी पंजा नहीं पड़ने देगा. हमें 60 महीने देकर देखिये.’’ उत्तर प्रदेश को कांग्रेस के अहंकारवाद, सपा के परिवारवाद और बसपा के व्यक्तिवाद में जकड़ा बताते हुए उन्होंने कहा ‘‘वादों से भरे ये लोग आपके वादे पूरे नहीं करना चाहते. वे अपना ही पेट भरना चाहते है. जब तक उत्तर प्रदेश इन तीनों प्रकारों के संकटों से मुक्ति का संकल्प नहीं लेता तब तक आपका भाग्य नहीं बदल सकता.’’

मोदी ने कहा ‘‘ सपा के कारनामों से समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया की आत्मा को इतनी पीड़ा होती होगी जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है. यह ‘सबका’ लूट है यानी ‘स से सपा, ब से बसपा और का से कांग्रेस’. इन्हीं पार्टियों ने बुंदेलखण्ड के लोगों को रोजीरोटी के लिये अपना घर, गांव और रिश्तेदारों को छोड़ने के लिये मजबूर किया.’’उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास इतना सामथ्र्य है कि वह अकेला अपने बलबूते पूरे हिन्दुस्तान की गरीबी को मिटा सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा, बसपा और कांग्रेस को न तो विकास करने में कोई रुचि नहीं है उन्हें सिर्फ भाई से भाई को लड़ाने में दिलचस्पी है.

मोदी ने योजना आयोग के गरीबी सम्बन्धी आंकड़ों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या ग्रामीण इलाकों में 26 रुपए में और शहर में 32 रुपए में परिवार का एक दिन का गुजारा हो सकता है. यह सरकार की मानसिक गरीबी है. गरीब कैसे गुजारा करता है उसका इन्हें पता तक नहीं है.

भाजपा नेता ने कहा कि वह वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की धरती पर कमल लेकर आये हैं. लक्ष्मी कमल पर ही विराजमान होती हैं. कमल है तो लक्ष्मी आयेगी, लक्ष्मी आयेगी तो रोटी आना पक्का है.

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