Lucknow News: योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्रियों में से आधा दर्जन नए मंत्रियों को जल्द ही विधान परिषद की सदस्यता दिलाई जाएगी. विधान परिषद में छह सीटें अप्रैल और मई में खाली हो रही हैं. इन सीटों पर योगी आदित्यनाथ सरकार के उन मंत्रियों को मौका दिया जा सकता है जो न तो एमएलए हैं और न ही एमएलसी.
इनके नाम हैं जेपीएस राठौर, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालू, जसवंत सैनी और दानिश आजाद अंसारी. ये मंत्री किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. उन्हें अप्रैल और मई में विधान परिषद भेजना तय है. बता दें कि विधान परिषद की तीन सीटें 28 अप्रैल और तीन सीटें 26 मई को खाली हो रही हैं. इसी अप्रैल में सपा के बलवंत सिंह रामूवालिया, जाहिद हसन वसीम बरेलवी और मधुकर जेटली का कार्यकाल पूरा हो रहा है. मई में ही सपा के एमएलसी डॉ. राजपाल कश्यप, अरविंद कुमार सिंह और डॉ. संजय लाठर भी विधानपरिषद से विदा लेने वाले हैं. इनका कार्यकाल पूरा होने के बाद इन छह मंत्रियों को सदस्यता दी जा सकती है.
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इसके अलावा एक दर्जन सीटें निर्वाचन क्षेत्र की जुलाई तक खाली होंगी. इस सूची में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हैं, जिनका कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है. चूंकि केशव प्रसाद मौर्या सिराथू से चुनाव हार चुके हैं. ऐसे में उन्हें दोबारा विधानपरिषद की सदस्यता दिलाई जाएगी. उनके अलावा भाजपा के भूपेंद्र सिंह का कार्यकाल भी जुलाई में पूरा होगा और वे दोबारा मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं. जाहिर उन्हें भी दोबारा सदस्यता दी जाएगी.