इटावा (उप्र) : उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में सालाना होने वाले रंगारंग महोत्सव की कल धूमधाम से शुरुआत तो हो गयी लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही.
हालांकि मुख्यमंत्री के सैफई महोत्सव उद्घाटन समारोह में न पहुंचने के बारे में आधिकारिक रुप से कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन पार्टी सूत्रों ने आज यहां बताया कि चूंकि अखिलेश पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं इसलिए हो सकता है कि वे उनके करीबी समझे जाने वाले दो युवा नेताओं सुनील यादव उर्फ साजन तथा आनंद भदौरिया के निष्कासन से अपसेट (रुष्ट) हों.
साजन सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे जबकि भदौरिया लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. एटा से पार्टी विधायक रामेश्वर यादव के बेटे सुबोध यादव को भी शनिवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण दल से निकाल दिया गया है.
अठारह साल पहले शुरु हुआ सैफई महोत्सव प्रदेश में सत्तारुढ़ यादव परिवार का पारिवारिक जलसा माना जाता रहा है जिसके उद्घाटन समारोह में परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहते हैं. पिछली बार भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी सांसद पत्नी डिंपल और बच्चों के साथ उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे.
यह समारोह 11 जनवरी तक चलेगा जिसमें पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खां और गजल गायक पिनाज मसानी तथा बॉलीवुड के अनेक कलाकार अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे तथा कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा.
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल और चचेरे भाई रामगोपाल की मौजूदगी में कल समारोह का उद्घाटन किया गया. रामगोपाल ने दीप प्रज्ज्वलित किया और पूजा हवन किया. इस मौके पर सपा मुखिया ने केंद्र में सत्तारुढ़ मोदी सरकार को निशाना बनाया और कहा, चुनाव से पहले भाजपा ने वादा किया था कि वह सत्ता आयी तो विदेशी बैंकों में जमा देश का कालाधन वापस लाया जायेगा और हर व्यक्ति के खाते में 15-15लाख जमा किये जायेंगे. पैसा तो नहीं आया उल्टे सरकारी खजाना भी खाली पड़ा है, ऐसे में विकास कैसे होगा.