हीना जहीर ने कहा, जबरदस्ती मंदिर या मस्जिद में घुसना सही नहीं
लखनऊ : महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर और त्रयंबकेश्वर मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश के अधिकार के मुद्दे पर कामयाबी हासिल करने के बाद भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई लैंगिक समानता का अपना अभियान गुरुवार को यहां प्रसिद्ध हाजी अली दरगाह ले गयीं लेकिन वे अंदर नहीं गयीं और वहां उन्हें रोकने के लिए मौजूद […]
लखनऊ : महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर और त्रयंबकेश्वर मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश के अधिकार के मुद्दे पर कामयाबी हासिल करने के बाद भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई लैंगिक समानता का अपना अभियान गुरुवार को यहां प्रसिद्ध हाजी अली दरगाह ले गयीं लेकिन वे अंदर नहीं गयीं और वहां उन्हें रोकने के लिए मौजूद प्रदर्शनकारियों से टकराव टल गया. तृप्ति देसाई के इस कदम का उत्तर प्रदेश की पहली महिला काजी हीना जहीर ने विरोध किया है. हीना ने कहा कि तृप्ति को ऐसा नहीं करना चाहिए. हम शांतिपूर्ण जीवन व्यतित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जबरदस्ती कहीं प्रवेश करना चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद बिल्कुल सही नहीं है.
धार्मिक भावना आहत करने की मंशा नहीं
गुरुवार को तृप्ति देसाई अपनी साथी कार्यकर्ताओं के साथ दक्षिण मुम्बई में वर्ली तट से दूर एक टापू पर स्थित हाजी अली दरगाह के मुख्य मार्ग तक गयीं और कुछ मिनट के बाद वे सभी वहां से चली गयीं क्योंकि उनकी कोशिश को विफल करने के लिए प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे. दरगाह जाने से पहले उन्होंने मीडिया से कहा कि वह दरगाह के मजार तक जाने के महिलाओं के अधिकार पर बल देने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अगुवाई कर रही है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी किसी की धार्मिक भावना आहत करने की मंशा नहीं है, लेकिन वह बस यह पक्का करने की कोशिश कर रही हैं कि महिलाओं को सभी उपासना स्थलों पर उपासना का बराबर हक दिया जाए.
बॉलीवुड के खान से अपील
तृप्ति देसाई ने कहा कि उन्होंने इस लैंगिक समानता अभियान के लिए शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान जैसी बॉलीवुड हस्तियों का समर्थन हासिल करने के लिए उन्हें भी पत्र लिखा है. देसाई के अभियानकर्ताओं और विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने पूरे क्षेत्र में बैरीकेड लगा रखे थे. प्रदर्शनकारियों में एआईएमआईएम और समाजवादी पार्टी के लोग भी थे.