लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही अगले वर्ष हो, लेकिन अभी से सब अपनी-अपनी गोटी लाल करने में लगे हैं. दयाशंकर सिंह द्वारा मायावती पर किये गये अभद्र टिप्पणी के बाद से प्रदेश में राजनीति और तेज हो गयी है. बसपा और भाजपा के बीच जारी जुबानी जंग के बीच दो बसपा विधायकों ने मायावती पर यह आरोप लगाया है कि वह टिकटों की खरीद-फरोख्त करती हैं. पलिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरविंदर कुमार साहनी और माल्लावां के ब्रजेश कुमार वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती और नसीमुद्दीन पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया.
गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले यह दोनों नेता माफी मांग कर बीएसपी में लौटे हैं और एक बार फिर बागी तेवर अपना लिया है. साहनी ने सीधा आरोप लगाया है कि उनका टिकट काटकर पांच करोड़ रुपये में उसे एक होटल व्यवसायी को दे दिया गया. वहीं वर्मा का कहना है उनसे पार्टी फंड में चार करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया था. वहीं बसपा नेता ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोनों लिखित माफी मांग कर पार्टी में लौटे थे उसी वक्त उन्हें कह दिया गया था कि टिकट नहीं दिया जायेगा. अब टिकट नहीं मिलने से दोनों बौखलाये हुए हैं.
मायावती पर लगता रहा है टिकट की खरीद-फरोख्त का आरोप
उत्तर प्रदेश की राजनीति में मायावती पर कई बार टिकट की खरीद-फरोख्त का आरोप लगता रहा है. कुछ ही दिनों पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मायावती पर इसी तरह के आरोप लगाये थे. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मायावती पर टिकट बिक्री का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने भी यह आरोप लगाया था कि 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों की खरीद फरोख्त की गयी है.