…तो बौद्ध धर्म क्यों नहीं अपनातीं मायावती : अठावले
नयी दिल्ली/ लखनऊ : केंद्र में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री दलित नेता रामदास अठावले ने आज कहा कि गौ रक्षा के लिए इंसानों की बलि की कीमत पर नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने सरकार से यह मांग की कि गुजरात के उना में गौ रक्षा के नाम पर जो कुछ हुआ वह दुबारा […]
नयी दिल्ली/ लखनऊ : केंद्र में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री दलित नेता रामदास अठावले ने आज कहा कि गौ रक्षा के लिए इंसानों की बलि की कीमत पर नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने सरकार से यह मांग की कि गुजरात के उना में गौ रक्षा के नाम पर जो कुछ हुआ वह दुबारा नहीं होना चाहिए.
उना की घटना को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि मैं गौ रक्षकों से यह कहना चाहता हूं कि गौ हत्या के विरुद्ध कानून हैं, इसलिए आप गौ रक्षा करें, लेकिन इसके लिए आप मानव हत्या क्यों कर रहे हैं. अगर आप सिर्फ गौ रक्षा करेंगे तो मानव रक्षा कौन करेगा.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए महाराष्ट्र के इस वरिष्ठ नेता ने दलितों को यह सलाह दी कि वे बौद्ध धर्म अपना लें. रामदास अठावले ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि वे दलित वोट के लिए राजनीति करती हैं.
उन्होंने कहा कि वह खुद को दलितों का नेता बताती हैं और अंबदेकर की अनुयायी भी, तो वह बौद्ध धर्म क्यों नहीं अपना लेतीं. वह मनुवाद की आलोचना तो करती हैं, लेकिन अभी तक हिंदू ही हैं. अठावले के इस बयान को उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान दलित वोट को अपने पक्ष में करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.