लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादवआगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तीन नवंबर से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. उनकी इस रथयात्रा पर लोगों की इसलिए नजर है क्योंकि पांच नवंबर को सपा अपनी स्थापना दिवस की रजत जयंती मना रही है. अगर अखिलेश रथयात्रा पर निकले तो वे इस समारोह में शामिल नहीं हो पायेंगे.
अखिलेश की रथयात्रा को मुलायम परिवार में जारी विवाद का ही एक अंग है, जिसके जरिये वे शिवपाल और मुलायम का सामना करने से बचना चाहते हैं.आज अखिलेश ने नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट 2013 के तहत राशन कार्ड का वितरण कार्यक्रम का शुभांरभ किया.
UP: CM Akhilesh Yadav launches distribution of ration cards under the national food security act-2013 in Lucknow. pic.twitter.com/kIRSrzYxTX
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 19, 2016
If we get more chance to work in public domain, we will bring more transparency in our govt and end corruption: UP CM Akhilesh Yadav pic.twitter.com/KEaSVvqg5l
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 19, 2016
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम जनता के हित में और काम करना चाहते हैं. हमारी प्राथमिकता यह है कि हम जनहित में काम करें, साथ ही सरकार के कार्यों में और अधिक पारदर्शिता लायें, ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की छवि सुधारने में लगे हैं. वे यह चाहते हैं कि उनकी छवि एक स्वच्छ प्रशासक के रूप में रहे, इसके कारण उनका पार्टी में शिवपाल यादव के साथ विवाद भी चल रहा है.