लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र की आज हंगामेदार शुरुआत हुई. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की.
पूर्वाह्न 11 बजे समवेत सदन की कार्यवाही शुरु होते ही बसपा और रालोद के सदस्य हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखे बैनर और तख्तियां लेकर अपनी-अपनी बेंच पर खड़े हो गये और खराब कानून-व्यवस्था तथा किसानों की दुश्वारियों के मुद्दों पर नारेबाजी करते हुए सरकार की बर्खास्तगी की मांग की. हंगामे के बीच रालोद के सदस्यों वीरपाल और सुदेश शर्मा ने अपने उपर के वस्त्र उतार दिये.
सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री मोहम्मद आजम खां ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी सदस्य बेशर्मी पर उतर आये हैं और उन्हें नैतिकता की बात करने का कोई हक नहीं है, क्योंकि अपने शासनकाल में इन लोगों ने प्रदेश की जनता को लूटा था.
हंगामे के बीच अपना अभिभाषण देने के लिये खड़े हुए राज्यपाल बी. एल. जोशी बमुश्किल तीन-चार मिनट ही बोल सके लेकिन शोरशराबे के कारण वह अभिभाषण की पहली और अंतिम पंक्ति पढ़कर सदन से चले गये. शोरशराबे और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी.