क्या अब भाजपा से मुसलमानों को नहीं रहा परहेज?
लखनऊ.भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव नजीते के बाद मुसलमानों के प्रति पार्टी का नया नजरिया पेश किया है. नतीजा आने के बाद उन्होंने संवाददाता सम्मेलन किया और पार्टी के इस नये जनरिये को देश का नया जरिया करार दिया. अमित शाह ने कहा कि देश हिंदू-मुसलमान के मुद्दे से अब ऊपर उठ […]
लखनऊ.भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव नजीते के बाद मुसलमानों के प्रति पार्टी का नया नजरिया पेश किया है. नतीजा आने के बाद उन्होंने संवाददाता सम्मेलन किया और पार्टी के इस नये जनरिये को देश का नया जरिया करार दिया. अमित शाह ने कहा कि देश हिंदू-मुसलमान के मुद्दे से अब ऊपर उठ चुका है. देश की जनता जब मतदाता होती है, तो वह सिर्फ मतदाता होती है, हिंदू-मुसलमान नहीं.
हालांकि इस चुनाव में बसपा ने उन्हें अपने पाले में रखने की कोशिश की, लेकिन वह उन्हें बरगला नहीं सकी. वहीं सपा का मुसलमानों के प्रति जो रवैया था, उससे उन्हें निर्णय करने में ज्यादा सुविधा मिली. बात चाहे मुजफ्फरनगर दंगे की हो या फिर दादरी कांड की, सपा ने कभी भी उनके दर्द पर मरहम नहीं लगाया. ऐसे में जब मोदी सबका साथ, सबका विकास की बात कर रहे हैं, तो ऐसा लगता है कि मुसलमानों को अब भाजपा से परहेज नहीं रहा.