नवाजुद्दीन, मुजफ्फर अली, राजू श्रीवास्तव, क्रिकेटर मोहम्मद कैफ और सुरेश रैना की पेंशन पर संकट!
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यश भारती पुरस्कार दिये जानेवाले को मिलनेवाली मासिक पेंशन की राज्य सरकार समीक्षा कर रही है. अब तक करीब 250 लोगों को यह पेंशन दी गयी है. इनमें बालीवुड हस्तियां राज बब्बर, अभिजीत भट्टाचार्य, समीर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, कैलाश खेर, मुजफ्फर अली, सुधीर मिश्रा, राजू श्रीवास्तव, अनुराग कश्यप और विशाल […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यश भारती पुरस्कार दिये जानेवाले को मिलनेवाली मासिक पेंशन की राज्य सरकार समीक्षा कर रही है. अब तक करीब 250 लोगों को यह पेंशन दी गयी है. इनमें बालीवुड हस्तियां राज बब्बर, अभिजीत भट्टाचार्य, समीर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, कैलाश खेर, मुजफ्फर अली, सुधीर मिश्रा, राजू श्रीवास्तव, अनुराग कश्यप और विशाल भारद्वाज, क्रिकेटर मोहम्मद कैफ और सुरेश रैना शामिल हैं. यह पेंशन 50 हजार रुपये मासिक दी जाती है.
संस्कृति महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक अनुराधा गोयल की ओर से 25 अप्रैल को जारी पत्र में राज्य सरकार के उप सचिव (संस्कृति) को लिखा गया कि 20 अप्रैल को विभाग के कामकाज की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग को निर्देश दिया है कि वह यश भारती पुरस्कारों की समीक्षा करे.
यह मुद्दासामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया था. नूतन ने बताया कि संस्कृति विभाग ने सूचित किया है कि राज्य सरकार यश भारती पुरस्कार पाने वालों को 50 हजार रुपये मासिक पेंशन के प्रावधान पर नये सिरे से विचार कर रही है.
नूतन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि धनी और प्रभावशाली लोगों को पेंशन दी जा रही है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से यह पेंशन रोकने का आग्रह किया था. उनका आरोप है कि अत्यंत गरीब जनता विधवा पेंशन और वृद्धावस्था पेंशन के रूप में हर महीने केवल 300 रुपये पा रही है, जबकि संभ्रांत लोगों को 50 हजार रुपये महीना पेंशन दी जा रही है. यह गरीबों का अपमान है.