लखनऊ : अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाये जाने के मामले की सुनवाई कर रही सीबीआई की विशेष अदालत ने महंत नृत्य गोपाल दास, महंत राम विलास वेदांती, बैकुंठ लाल शर्मा उर्फ प्रेमजी, चंपत राय बंसल, धर्म दास और डाॅ सतीश प्रधान के खिलाफ आरोप तय करने की तारीख गुरुवारको बढ़ा कर 30 मई कर दी.
प्रधान अदालत में मौजूद थे और चाहते थे कि उनके खिलाफ आरोप आज ही तय हो जाएं, लेकिन विशेष सीबीआई न्यायाधीश एसके यादव ने कहा कि उन्हें छोड़ कर मामले के पांच अन्य आरोपित उपस्थित नहीं हैं और इन सभी ने गुरुवार की पेशी से छूट मांगी है. ऐसे में उनके (प्रधान) अकेले के खिलाफ आरोप तय करना संभव नहीं होगा.
मामले की सुनवाई 30 मई तय करते हुए अदालत ने छह आरोपितों को आगाह किया कि अब सुनवाई की अगली तारीख पर कोई छूट नहीं मिलेगी. बाबरी ढांचा ढहाये जाने के मामलों की सुनवाई कर रही अदालत शुक्रवार को संभवत: पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, मौजूदा केंद्रीय मंत्री उमा भारती, सांसद विनय कटियार, साध्वी रितंभरा और विष्णु हरि डालमिया के खिलाफ अतिरिक्त आरोप तय करेगी. उच्चतम न्यायालय ने 19 अप्रैल को सीबीआई अदालत से कहा था कि वह मामले में उक्त आरोपितों के खिलाफ षड्यंत्र के आरोप भी जोड़े.