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जेल से रिहा होते ही अब्दुल्लाह आजम का सरकार पर हमला, रामपुर में चुनाव को लेकर कही ये बात

सपा सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम ने जेल से रिहा होते ही यूपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि, रामपुर में मौजूदा अधिकारियों के रहते इस मंडल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता.

By Prabhat Khabar News Desk | January 16, 2022 11:54 AM

Rampur News: यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सपा सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम की जेल से रिहाई हो चुकी है. अब्दुल्लाह करीब 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं. जेल से निकलते ही उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि, रामपुर में मौजूदा अधिकारियों के रहते इस मंडल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते.

मेरे पिता को जेेल में जान का खतरा- अब्दुल्लाह

पूर्व विधायक अब्दुल्लाह आजम ने मीडिया से कहा कि, रामपुर में मौजूदा अधिकारियों के रहते इस मंडल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता. सब दिशानिर्देश सिर्फ विपक्ष के लिए हैं, जो ज़ुल्म हम पर हो सकते थे, वो किए गए. आज भी मेरे पिता को वहां (जेल में) जान का खतरा है.

विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी- अब्दुल्लाह

जेल से छूटकर रामपुर पहुंचने पर सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी. पिछले 2 साल के घटनाक्रम पर कहा कि एक निर्दोष आदमी को जेल में रखा गया है, वह भी ऐसे मुकदमे में जिसमें 8 लोग पहले ही एंटीसिपेटरी बेल पर बाहर जा चुके हैं.

पिता को कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार- अब्दुल्लाह

अब्दुल्लाह ने कहा, आज भी मेरे वालिद (पिता) आज़म खान की जान को खतरा है. उनको कुछ हुआ तो सरकार और जेल प्रशासन इसका जिम्मेदार होगा. ये चुनाव आवाम बनाम सरकार होगा. राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत बेहद खराब हो चुकी है. रामपुर वालों की हड्डियां तोड़ने ओर भैंस और बकरी चोरी में जेल भेजने के लिए ही पुलिस है.

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क्या आरोप हैं अब्दुल्लाह और आजम खान पर

दरअसल, अबदुल्लाह के ऊपर आरोप है कि नामांकन पत्र में अब्दुल्ला ने अपनी जन्म तिथि 30 सितंबर 1990 होने का जिक्र किया था, जबकि उनकी वास्तविक जन्म तिथि एक जनवरी 1993 है. इसमें आरोप लगाया गया है कि चुनाव लड़ने की उम्र संबंधी योग्यता हासिल करने के लिए ऐसा किया गया था और आजम खान ने गलत पैन कार्ड हासिल करने में उनकी मदद की थी. बता दें कि दोनों के खिलाफ 87 प्राथमिकियां दर्ज हैं, जिनमें फर्जी दस्तावेजों के जरिए अरबों रुपए की एक शत्रु संपत्ति की जमीन पर कब्जा करने का मामला भी शामिल है. फिलहाल, अब्दुल्लाह को जमानत मिल चुकी है, जबकि आजम खान अभी भी जेल में बंद हैं.

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