Varanasi: नये साल का पहला दिन काशी घूमने आई गुजरात की बुजुर्ग महिला के लिए बेहद बुरा साबित हुआ. ये महिला परिजनों के साथ नौका पर सवार होकर गंगा की सैर कर रही थी. इसे बाद वापसी में दशाश्वमेध घाट के पास नाव से उतरते वक्त ये हादसा हुआ. महिला को आनन फानन में कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा गया.
नये साल पर गुजरात की 64 वर्षीय हंसा बेन अपने परिजनों के साथ काशी विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए पहुंची थीं. रविवार को मंदिर में दर्शन के बाद वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ गंगा की सैर करने पहुंची और नाव पर सवार हुईं.
इसके बाद वापसी में जब नाव को दशाश्वमेध घाट के पास किनारे पर लगाया जा रहा था, तब वह दूसरी नाव से स्वाभाविक रूप से टकरा गई. घटना के दौरान हंसा बेन का हाथ नाव से बाहर था और दोनों नावों की टक्कर के दौरान यह उनके बीच आ गया. इससे हंसा बेन दर्द से कराह उठीं. जब तक लोग कुछ समझते तब तक हंसा बेन का हाथ खून से लथपथ हो चुका था.
लोगों ने देखा कि हंसा बेन का हाथ का उपरी हिस्सा कट चुका था और उनकी हालत खराब हो रही थी. आनन फानन में नौका पर सवार परिवार के लोगों ने शोर मचाकर मदद की गुहार लगाई. इससे मौके पर हड़कंप मच गया और किसी तरह हंसा बेन को घाट से सड़क तक लाया गया. यहां से स्ट्रेचर से हंसा बेन को जल पुलिस और परिजनों ने जीप तक पहुंचाया.
इसके बाद उन्हें कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल ले जाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद बुजुर्ग महिला को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया. साल के पहले दिन इस हादसे के कारण परिजन बेहद गमगीन दिखे. उन्होंने कहा कि मौके पर एंबुलेंस का इंतजाम होने पर हंसा बेन को कम समय में अस्पताल पहुंचाया जा सकता था. वहीं महिला के साथ दर्दनाक हादसे की पूरे दिन गंगा के घाटों पर चर्चा होती रही.