बरेली का आदर्श गांव भरतौल में प्राइमरी स्कूल के बच्चे करते हैं अंग्रेजी में बात, सभी पीतेे हैं RO का पानी
गांव में सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गांव में चार आरओ प्लांट लगाए गए हैं. इसके साथ ही अधिकारियों ने जल्द ही और आरओ लगाने की बात कही है. यहां के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अंग्रेजी में बातचीत करते हैं. इतना ही नहीं पूरे गांव में सीसीटीवी लगवाए गए हैं.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली की ग्राम पंचायत भरतौल आदर्श ग्राम पंचायत है, जो बरेली ही नहीं यूपी का पहला गांव है. जहां का हर इंसान आरओ का पानी पीता है. गांव में सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गांव में चार आरओ प्लांट लगाए गए हैं. इसके साथ ही अधिकारियों ने जल्द ही और आरओ लगाने की बात कही है. यहां के प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अंग्रेजी में बातचीत करते हैं. इतना ही नहीं पूरे गांव में सीसीटीवी लगवाए गए हैं. गांव में कूड़ा उठाने के लिए अलग व्यवस्था है. यह गांव पहले ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण और मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार भी हासिल कर चुका है.
चार आरओ प्लांट लगाए गए
गांव की प्रधान प्रवेश कुमारी का कहना है कि अब तक चार आरओ लगाए जा चुके हैं, भविष्य में और भी आरओ लगाए जाएंगे. हमारे गांव में सभी सुविधाएं हैं.’ मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि आरओ का पानी पीने से गांव के लोग होने वाली संक्रामक बीमारियों से बच सकेंगे. यह ‘गांव पहले से ही आदर्श ग्राम पंचायत के तहत स्थापित है. सभी को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए चार आरओ प्लांट लगाए गए हैं. इसके साथ ही पौधे लगाए जा रहे हैं. यह लोगों को जल जनित बीमारियों से बचाएगा. अल्ट्राटेक सीमेंट ने यशस्वी प्रधान पुरस्कार से ग्राम प्रधान को सम्मानित भी किया तो वहीं भरतौल को वर्ष 2007 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने निर्मल ग्राम पुरस्कार दिया था. पिछले वर्ष यूपी के सीएम ने योगी आदित्यनाथ ने पंचायत घर को सबसे सुंदर और हाइटेक पंचायत घर का दर्जा दिया है. यह गांव बेहतरीन सुविधाओं से है लैस है.
गांव की आबादी 7 हजार
गांव की आबादी करीब सात हजार है. ग्राम पंचायत में सबसे बेहतरीन पंचायल सचिवालय भी स्थित है. पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण और मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में गांव को 12-12 लाख रुपये की राशि मिली है.इस राशि का इस्तेमाल गांव की प्रधान ने आरओ इंस्टॉल करने के लिए किया. इन आरओ को लोगों के घरों के नजदीक लगाया गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद