Loading election data...

UP News: खटारा बसों में बारिश की खबर से जागा प्रशासन, शुरू कराई मरम्मत, ड्राइवरों को दिए ये निर्देश

जरा सोचिए अगर आपको बारिश के दिनों में रोडवेज में भी छाता लेकर बैठना पड़े. दरअसल, ऐसा गोरखपुर में हो रहा है. जहां बारिश का सीधा पानी बसों की जर्जर छतों से होकर यात्रियों को भिगा दे रह है, हालांकि, अब प्रशासन जाग गया है, और खटारा बसों की मरम्मत शुरू हो गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 23, 2022 9:35 AM

Gorakhpur News: गोरखपुर में प्रभात खबर की खबर का असर हुआ है. प्रभात खबर ने रोडवेज की खटारा बस को लेकर यात्रियों को हो रही दिक्कतों पर खबर चलाई थी. जिसको संज्ञान में लेते हुए रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के निर्देशन में बसों की मरम्मत शुरू हो गई है. अब चालक की संतुष्टि के बाद ही रोडवेज की बसों का संचालन हो सकेगा. इतना ही नहीं अगर चालक की सहमति के बाद अगर बस में खराबी की शिकायत मिलती है तो चालक सहित संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

दरअसल, गोरखपुर में बीते कुछ दिन पहले हुई बरसात ने रोडवेज बसों की पोल खोल कर रख दी थी. बड़हलगंज गोला के रास्ते गोरखपुर आने वाली बस में यात्री छाता लगाकर यात्रा करते दिखाई दिए थे, जिसके बाद से इसका वीडियो काफी तेजी से वायरल होना शुरू हुआ था. इस खबर को प्राथमिकता से मीडिया ने चलाया था, जिसके बाद रोडवेज के अधिकारी अपनी सफाई देते हुए एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ते नजर आए. उसके बाद अधिकारियों ने परिवहन निगम में कार्यरत फोरमैन के खिलाफ कार्रवाई कि थी.

अभी कुछ महीने पहले पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोरखपुर के कचहरी और रोडवेज बस स्टेशन का दौरा किया था. वहां की व्यवस्था को देखकर संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए थे, इसके बाद भी कई बसें रोजाना गोरखपुर की सड़कों पर दौड़ती है. लेकिन इस खबर के चलने के बाद अब अधिकारियों के निर्देश पर बसों की मरम्मत शुरू हो गई है.

खबर चलने के बाद परिवहन निगम ने शक्ति बढ़ा दी है. राप्तीनगर डिपो प्रशासन ने जर्जर बसों की मरम्मत शुरू करा दी है. राप्ती नगर डिपो में कुल 115 बसें हैं, जिनमें 53 वातानुकूलित और 32 साधारण श्रेणी की बसें हैं. जिनमें साधारण श्रेणी की 16 बसें जर्जरअवस्था में पाई गई हैं. सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के निर्देशन में बसों की मरम्मत शुरू हो गई है.

एआरएम गौरव वर्मा ने बताया कि, बसों का निरीक्षण के बाद जिन बसों में कमी पाई गई है, उनकी मरम्मत कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि अब बसों का परीक्षण करने के बाद ही संचालन शुरू हो सकेगा. इसके लिए सारे अधिकारियों और कर्मचारियों को बता दिया गया है. इतना ही नहीं मरम्मत होने के बाद बस के ड्राइवर जब तक बस की हालत को लेकर संतुष्ट नहीं होंगे तब तक बस को रोड पर नही उतारा जाएगा.

रिपोर्टर- कुमार प्रदीप

Next Article

Exit mobile version