ADR Report For Fifth Phase Election: उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के लिए तीन चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है. चौथे चरण के लिए मतदान 23 फरवरी को होना है. इस बीच पांचवें चरण के उम्मीदवारों के शपथ पत्रों के विश्लेषण के बाद एडीआर ने (ADR) रिपोर्ट जारी की. आइए जानते हैं पांचवें चरण के चुनाव में किस पार्टी के कितने उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में चुनाव लड़ने वाले 693 में से 685 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है. जो 59 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है. हालांकि 8 उम्मीदवारों का शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका.
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में 685 में से 185 (27 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए है. वहीं गंभीर आपराधिक मामले 141 (21 फीसदी) हैं.
अगर पार्टियों के हिसाब से बात करें तो सबसे ज्यादा आपराधिक मामलों के उम्मीदवारों को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है. सपा के 59 में से 42 (71 फीसदी), अपना दल सोनेलाल के 7 में से 4 (57 फीसदी ), बीजेपी के 52 में से 25 (48 फीसदी), बसपा के 61 में से 23 (38 फीसदी), काग्रेस के 61 में से 23 (38 फीसदी ) और 52 में से 10 (19 फीसदी ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किए हैं.
वहीं गंभीर आपराधिक मामले दलवार बात करें तो, समाजवादी पार्टी के 59 में से 29, अपना दल सोनेलाल के 7 में से 2, बीजेपी के 52 में से 22, बसपा के 61 में से 17, कांग्रेस के 61 में से 17 और 52 में से 7 आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
पांचवें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी से यश भद्र सिंह हैं, जो सुल्तानपुर के इसौली विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं. जिनके ऊपर 21 मामले दर्ज हैं (गंभीर धराओं में 26), दूसरे स्थान पर प्रयागराज जनपद के इलहाबाद उत्तर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के संदीप यादव हैं, जिनके ऊपर 35 मामले (गंभीर धराओं में 24) और तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी बहराइच के पयागपुर विधानसभा क्षेत्र से मुकेश श्रीवास्तव है जिनके ऊपर 9 मामले दर्ज (गंभीर धराओं में 21) हैं.