लखीमपुर खीरी हिंसा: डीएम के बाद एसपी भी हटाए गए, SIT में अब 25 सदस्य मिलकर करेंगे मामले की जांच
लखीमपुर खीरी हिंसा: लखीमपुर खीरी के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को हुए हिंसा मामले में शुक्रवार को जिलाधिकारी के तबादले के करीब 14 दिन बाद शुक्रवार को आईपीएस अधिकारी विजय ढुल का भी स्थानांन्तरण कर दिया गया.
Lucknow News : लखीमपुर खीरी के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को हुए हिंसा मामले में शुक्रवार को जिलाधिकारी के तबादले के करीब 14 दिन बाद शुक्रवार को आईपीएस अधिकारी विजय ढुल का भी स्थानांन्तरण कर दिया गया. वहीं, सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगने के बाद मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी/SIT) में भी सदस्यों की संख्या 6 से बढ़ाकर 25 कर दी गई है.
दरअसल, लखीमपुर खीरी के तिकुनिया क्षेत्र में बीते तीन अक्टूबर को हुए हिंसा मामले में शुक्रवार को जिलाधिकारी के तबादले के करीब 14 दिन बाद शुक्रवार को आईपीएस अधिकारी विजय ढुल का भी स्थानांन्तरण कर दिया गया. उनकी जगह पर लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात रहे संजीव सुमन को खीरी का नया एसपी बनाया गया है. इससे पहले लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात थे. वहीं, खीरी में तैनात एसपी विजय ढुल को प्रतीक्षारत कर दिया गया है.
इसी सनसनीखेज मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम में भी शुक्रवार को बड़ा फैसला करते हुए जांच टीम में लगे सदस्यों की संख्या को करीब चार गुना बढ़ा दिया गया है. अब अब तक इस एसआईटी में मात्र छह सदस्यों की टीम जांच कर रही थी जबकि अब इसमें 25 सदस्यों को जांच करने के लिए जोड़ दिया गया है.
बता दें कि इस मामले की सुनवाई करते हुए देश की सर्वोच्च अदालत ने पहले ही कह दिया है कि वह प्रदेश सरकार की जांच से असंतुष्ट है. उसने गवाहों की संख्या से लेकर सरकारी वकील हरीश साल्वे के हर दावे की धज्जी उड़ाते हुए प्रदेश की योगी सरकार को ही सवालों के घेरे में ले लिया है.