आगरा के BAMS कांड के मुख्य आरोपी छात्र नेता ने कोर्ट में किया सरेंडर, एसटीएफ से छुपकर पहुंचा ऐसे…

आगरा विश्वविद्यालय के बीएएमएस विभाग की परीक्षा कॉपियां बदलने का मामला सामने आया था. इसके बाद थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया था. ऑटो चालक देवेंद्र और शिकोहाबाद के डॉक्टर अतुल को गिरफ्तार किया गया था. एसटीएफ की जांच में बीएएमएस की करीब 14 कॉपियों में हैंडराइटिंग में अंतर पाया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2022 3:38 PM

Ambedkar University Agra Exam Copy Scam: आगरा विश्वविद्यालय की बीएएमएस की परीक्षा की कॉपियां बदलने के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी छात्र नेता राहुल पाराशर ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. कुछ दिन पहले भी छात्र नेता ने कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी डाली थी लेकिन पुलिस के बंदोबस्त के चलते वह सरेंडर नहीं कर पाया. ऐसे में एसटीएफ लगातार छात्र नेता की तलाश में लगी हुई थी, लेकिन एसटीएफ की नजरों से बचकर छात्र नेता ने आज कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

14 कॉपियों में हैंडराइटिंग में अंतर

विगत 26 अगस्त को विश्वविद्यालय के बीएएमएस विभाग की परीक्षा कॉपियां बदलने का मामला सामने आया था. इसके बाद थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया था और इसमें विश्वविद्यालय के ऑटो चालक देवेंद्र और शिकोहाबाद के डॉक्टर अतुल को गिरफ्तार किया गया था. एसटीएफ ने जब इस मामले की जांच पड़ताल की तो बीएएमएस की करीब 14 कॉपियों में हैंडराइटिंग में अंतर पाया गया था. इसके बाद विश्वविद्यालय की तहरीर के आधार पर एक और मुकदमा दर्ज हुआ था. एसटीएफ ने इसी मामले में बीएएमएस की कॉपियां लिखने वाले छात्र पुनीत और दलाल दुर्गेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

Also Read: Agra University: BAMS की जांच के बाद अन्य फर्जीवाड़ों की जांच करेगी STF, कॉपी चेक करने में जुटे एक्सपर्ट
वकील के साथ कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा

इस मामले में लगातार छात्र नेता राहुल पाराशर का नाम सामने आ रहा था जिसके लिए एसटीएफ लगातार तलाश में जुटी हुई थी. जांच टीम दबिश दे रही थी लेकिन छात्र नेता एसटीएफ के हाथ नहीं लगा. कुछ दिन पहले ही छात्र नेता राहुल पाराशर ने कोर्ट में सरेंडर होने के लिए अर्जी दी थी. जिसके बाद पुलिस ने दीवानी परिसर को पूरी तरह से घेर लिया था और इसी वजह से छात्र नेता कोर्ट में सरेंडर करने नहीं आया. आज शुक्रवार को छात्र नेता राहुल पाराशर अपने वकील के साथ कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा, लेकिन इस बात की खबर एसटीएफ को नहीं लगी.

Also Read: BAMS: फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजी जाएंगी बीएएमएस के 14 छात्रों की कॉपियां, राइटिंग की होगी जांच

र‍िपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत

Next Article

Exit mobile version