Agra News: आगरा के सिटी स्टेशन के पास हुए बिल्डिंग हादसे में एक बच्चे की मौत के बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच में जुटी है. वहीं, मामले में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही धर्मशाला के मालिक और बिल्डर को गिरफ्तार कर लिया है. आगरा के पुलिस कमिश्नर लगातार इस पूरे मामले पर अपनी नजर बनाए हुए थे. पुलिस ने लगातार दबिश डालकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल, पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
दरअसल, गणतंत्र दिवस की सुबह आगरा के सिटी स्टेशन के पास करीब 6 मकान जमींदोज हो गए थे, जहां मलबे की चपेट में आने से तीन लोग दब गए थे. जिसमें एक 4 साल की बच्ची की मौत हो गई थी. घटना के बाद से ही पुलिस टीम मुख्य आरोपी राजू मेहरा और हरीश शर्मा को तलाशने में जुटी हुई थी. कई जगह लगातार दबिश दी जा रही थी. ऐसे में 26 जनवरी के दिन ही पुलिस ने ठेकेदार राघवेंद्र उपाध्याय को भी गिरफ्तार किया था.
वहीं, शुक्रवार सुबह मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मुख्य आरोपी और धर्मशाला के मालिक राजू मेहरा को गिरफ्तार कर लिया. राजू मेहरा धर्मशाला का ट्रस्टी भी है और वह इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है. राजू मेहरा के खिलाफ मुकेश शर्मा (जिनकी नातिन की मौत हुई थी) की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया था और घटना के वक्त सभी आला अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य करने के निर्देश दिए थे. गुरुवार देर शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को दो लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की. जिसके बाद आज शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपने हाथों से पीड़ित परिवार को चेक सौंपा, लेकिन इस दौरान मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने पीड़ित के जख्मों पर मरहम की जगह नमक लगाते नज़र आये. मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि, ‘मैं अलग टाइप का मंत्री हूं सहायता चाहिए या नहीं. उन्होंने घटना के लिए पीड़ितों को ही जिम्मेदार बता दिया.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत